डी.जे.जे.एस. की आरोग्य पहल ने जुलाई -अगस्त 2025 में “शरीर, मन और आत्मा के संतुलन से कल्याण” विषय को अपनाते हुए लोगों तक स्वास्थ्य की जानकारी और सेवाएं पहुंचाई ।

इसमें योग शिविर, स्वास्थ्य जांच शिविर, ओ.पी.डी. सेवाएं और जागरूकता कार्यशालाएं शामिल थी। इन सब में आयुर्वेद, एलोपैथी, दंत चिकित्सा, होम्योपैथी और एक्यूप्रेशर थेरेपी जैसी विधियाँ उपयोग की गई - ताकि रोगों की रोकथाम और इलाज दोनों की ओर ध्यान दिया जा सके। छोटी उम्र के बच्चे, युवा, गृहिणियाँ, नौकरी करने वाले लोग और बुजुर्ग सभी ने इस पहल में हिस्सा लिया।
इस अभियान के अंतर्गत सात राज्यों में 53 गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनसे 12,305 लोगों को लाभ मिला।

कुल आँकड़े (जुलाई – अगस्त 2025)
- 10 विलक्षण योग शिविर – 1,821 लाभार्थी
- 19 ओ.पी.डी. – 6,406 लाभार्थी
- 15 स्वास्थ्य शिविर – 1,874 लाभार्थी
- 9 स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशालाएं – 2,204 लाभार्थी
- कुल योग: 53 गतिविधियाँ | 12,305 लाभार्थी
राज्य अनुसार प्रभाव
- बिहार – 5 गतिविधियाँ | 466 लाभार्थी
- दिल्ली एन.सी.आर. – 17 गतिविधियाँ | 1,580 लाभार्थी
- हरियाणा – 6 गतिविधियाँ | 1,770 लाभार्थी
- महाराष्ट्र – 5 गतिविधियाँ | 1,900 लाभार्थी
- पंजाब – 10 गतिविधियाँ | 5,159 लाभार्थी
- राजस्थान – 3 गतिविधियाँ | 864 लाभार्थी
- उत्तर प्रदेश – 7 गतिविधियाँ | 566 लाभार्थी
आरोग्य की निरंतर पहुँच को प्रमुख चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संस्थानों के साथ लंबे समय से चल रहे सहयोगों के माध्यम से और भी बढ़ाया गया।
प्राथमिक नेत्र देखभाल ((पी.ई.सी.) कैंप , AIIMS दिल्ली के सहयोग से, 2012 से प्रत्येक सोमवार को DJJS दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में चल रही है, जो नेत्र देखभाल और मोतियाबिंद उपचार प्रदान करती है।
डेंटल ओ.पी.डी., PGIDS रोहतक के सहयोग से, 2018 से हर महीने के पहला और तीसरा शनिवार को दिव्य धाम में आयोजित की जा रही है, जिसमें विशेष दंत चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
कुल मिलाकर, इन लगातार जारी सेवाओं से इस दो महीने की अवधि में सैकड़ों लोगों को लाभ मिला। गोरखपुर के प्रतिष्ठित चिकित्सकों द्वारा अतिरिक्त चिकित्सा सहायता प्रदान की गई, जबकि पतंजलि योग समिति और दिव्य योग मंदिर जैसी संस्थाओं ने योग और जीवनशैली जागरूकता फैलाने में साझेदारी की।
इस स्वास्थ्य अभियान में कम्युनिटी लीडर, सरकारी अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी रही:
- पंजाब में, एयरपोर्ट निदेशक पुष्पेंद्र निराला और प्रमुख आयुर्वेद तथा होम्योपैथी डॉक्टर कार्यक्रमों में शामिल हुए।
- हरियाणा में, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पतंजलि योग समिति के प्रतिनिधि और कम्युनिटी लीडर ने अपना समर्थन प्रदान किया।
- गोरखपुर में, डॉ. बी. एन. मिश्रा और डॉ. इन्द्रजीत शर्मा जैसे प्रसिद्ध डॉक्टरों ने अपनी विशेषज्ञता प्रदान की।
- दिल्ली एन.सी.आर. में, AIIMS दिल्ली और PGIDS रोहतक की टीम ने दिव्य धाम में विशेष स्वास्थ्य पहलों का नेतृत्व किया।
मीडिया कवरेज ने इन प्रयासों की पहुँच को और बढ़ाया, विशेष रूप से “मनोबलम” मानसिक स्वास्थ्य कार्यशालाओं की सफलता पर प्रकाश डालते हुए, जिनसे अकेले 1,800 से अधिक लोगों को लाभ मिला। साथ ही, विलक्षण योग शिविरों ने पंजाब और हरियाणा में हजारों प्रतिभागियों को आकर्षित किया।
यह जो आंकड़े हैं - यह सिर्फ संख्याएं नहीं है। हर एक व्यक्ति जिसने इस अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त की, उसने अपनी जिंदगी को प्रभावित किया चाहे गांव हो या शहर, विद्यार्थी हो या नौकरी पेशा- आरोग्य ने जागरूकता, रोकथाम, उपचार और संतुलन की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
आरोग्य का लक्ष्य है - समाज को स्वास्थ्य संबंधित शिक्षा, सुलभ सेवाएं और आत्म- चेतना प्रदान कर सशक्त बनाना। हर शिविर, कार्यशाला और सत्र एक ऐसे भारत की ओर कदम है जहां हर व्यक्ति शरीर, मन और आत्मा के संतुलन से स्वस्थ और सशक्त बने।
