दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा रविवार, 10 अप्रैल 2022 को नूरमहल, पंजाब से वेबकास्ट की अगली श्रृंखला को आध्यात्मिक सत्संग कार्यक्रम के रूप में प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम का प्रसारण डीजेजेएस के यूट्यूब चैनल पर किया गया। वेबकास्ट के 94वें संस्करण ने दुनिया भर में हजारों भक्तों और शिष्यों के भीतर दिव्यता व उत्साह को जगाया।
सर्व श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के शिष्य स्वामी गुरुकृपानंद जी ने ‘सत्य के पथ पर विजय सुनिश्चित’ विषय पर अपने प्रेरणादायक विचार साँझा किए। कार्यक्रम का आरम्भ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ, जिसके बाद भजन एवं अलौकिक प्रवचन हुए। स्वामी जी ने समझाया कि भक्ति पथ पर निर्भयता और अडिगता से चलने के लिए गुरु पर दृढ़ विश्वास आवश्यक है। स्वामी जी ने बताया कि शास्त्र ग्रंथों में निहित गूढ़ शिक्षाएं स्वयं से, अपनी मन बुद्धि के आधार पर समझी नहीं जा सकतीं। एक पूर्ण सत्गुरु अपनी कृपा से भक्तों के हृदय में ज्ञान की अग्नि को प्रज्वलित कर देते हैं। जब साधक निरंतर ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना करता है, तब उसके भीतर प्रज्ज्वलित ज्ञान अग्नि में उसके सभी कर्म भस्म होते चले जाते हैं।
सतगुरु द्वारा सिखाई गई ध्यान प्रक्रिया का पालन करने तथा सत्गुरु के चरणों में पूर्ण समर्पण कर देने में ही शिष्य का कल्याण निहित होता है। ऐसा करने पर, आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों मोर्चों पर उसकी जीत सुनिश्चित होती है। उदाहरणत:, जब दिव्य गुरु श्री कृष्ण ने अर्जुन को उसके वास्तविक रूप से परिचित करवाया, उसके बाद अर्जुन समस्त द्वंद्वों से मुक्त हो सका तथा एक विजयी योद्धा बन पाया। विचारों में बताया गया कि एक पूर्ण गुरु जीवन पर्यन्त भक्त की रक्षा करते हैं। उसे शक्ति प्रदान करने के साथ साथ, वे उसका पग पग पर मार्ग प्रशस्त करते हैं।
इस कार्यक्रम ने श्रोताओं को उत्साहित किया। विश्व भर में श्री महाराज जी के साधक शिष्यों ने एक घंटे के सामूहिक ध्यान सत्र में भाग लिया, जिसके बाद कार्यक्रम को समाप्त किया गया।