आज की दुनिया में, जहाँ स्वास्थ्य एक बड़ी चिंता और प्राथमिकता बन चुका है, वहीं आयुर्वेद जैसी प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की ओर लौटना अब केवल एक विकल्प नहीं बल्कि समय की माँग बन गई है।

इसी उद्देश्य को लेकर, आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बिया कॉलेज और अस्पताल, नई दिल्ली ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) के आरोग्य कार्यक्रम के अंतर्गत मई 2025 से दिव्य धाम आश्रम, कुतुबगढ़ (दिल्ली) में मासिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविरों की शुरुआत की। भारत की प्राचीन जीवन प्रणाली पर आधारित इस पहल का मकसद है – ग्रामवासियों और वंचित समुदायों तक निशुल्क और विशुद्ध आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना।
यह प्रयास डीजेजेएस आरोग्य की समग्र स्वास्थ्य दृष्टि के अनुरूप है, जिसमें न केवल रोग उपचार, बल्कि रोकथाम और जीवनशैली सुधार पर बल दिया जाता है।

इस पहल का नेतृत्व कर रहे हैं –
डॉ. मनोज शामकुवर, चिकित्सा अधीक्षक एवं विभागाध्यक्ष, पंचकर्म विभाग, आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बिया कॉलेज और अस्पताल, नई दिल्ली। उनके साथ आयुर्वेद के 10 अनुभवी चिकित्सकों और नर्सों की समर्पित टीम भी सक्रिय रही।
मई 2025 में आयोजित पहले शिविर में 98 ग्रामीणों ने लाभ उठाया, और जून 2025 में यह संख्या बढ़कर 204 हो गई। ये आँकड़े केवल संख्या नहीं, बल्कि यह संकेत हैं कि लोग अब स्वस्थ जीवन की दिशा में खुद पहल कर रहे हैं – वह भी प्राकृतिक उपायों के साथ।
क्या बनाता है इन शिविरों को विशेष?
जहाँ सामान्य चिकित्सा शिविर केवल लक्षणों पर ध्यान देते हैं, वहीं ये आयुर्वेदिक शिविर रोग की जड़ तक पहुँचने और जीवनशैली में स्थायी बदलाव पर केंद्रित हैं। हर शिविर में निम्नलिखित सेवाएं पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं:
• अनुभवी आयुर्वेदाचार्यों द्वारा व्यक्तिगत स्वास्थ्य परामर्श
• नाड़ी परीक्षण के माध्यम से शरीर में होने वाले असंतुलनों की प्रारंभिक पहचान
• व्यक्ति की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के अनुसार जड़ी-बूटियों से बनी औषधियाँ
• आयुर्वेद के अनुसार आहार और दिनचर्या पर मार्गदर्शन
• शरीर की मूल प्रकृति (वात, पित्त, कफ) की समझ और जागरूकता
इन समग्र प्रयासों के माध्यम से लोग केवल बीमारी नहीं सँभाल रहे, बल्कि उसे रोकने और संतुलित जीवन अपनानेकी दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं।
समुदाय के स्वास्थ्य हेतु सतत संकल्प
इन शिविरों के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए, डीजेजेएस आरोग्य एवं आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बिया कॉलेज और अस्पताल ने यह सुनिश्चित किया है कि हर माह के पहले रविवार को दिव्य धाम आश्रम में नियमित रूप से ये स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। इससे नियमितता बनी रहेगी, रोगियों का फॉलोअप संभव होगा और ग्रामीणों को दीर्घकालिक स्वास्थ्य सहायता मिल सकेगी।
आप सभी इस मासिक स्वास्थ्य पहल में सहभागी बनने के लिए आमंत्रित हैं।
चाहे आप किसी पुराने रोग से पीड़ित हों या केवल एक बेहतर, संतुलित जीवन जीना चाहते हों – ये शिविर आपको एक शांत और उपचारकारी वातावरण प्रदान करते हैं जहाँ आप रुकें, जुड़ें और स्वयं को स्वस्थ करें।
अगले शिविर की तिथि और पंजीकरण विवरण जानने के लिए हमारी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर संपर्क में बने रहें।
आइए, हम सब मिलकर आयुर्वेद के पथ पर चलें – प्राकृतिक चिकित्सा, संतुलित जीवन और आंतरिक पुनरुत्थान की ओर।
आयुर्वेद के साथ, जीवन को फिर से स्वस्थ बनाएं!