साध्वी श्वेता भारती जी और साध्वी आस्था भारती जी ने 21 अक्टूबर को श्री राम लीला ट्रस्ट द्वारा विकासपुरी में आयोजित चौकी का प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण किया। विभिन्न सुमधुर भजनों व प्रेरणास्पद विचारों ने इस कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न पृष्ठभूमि से सम्बंधित जनमानस को आध्यात्मिक आनंद से सराबोर कर दिया।
साध्वी जी ने बताया कि समय-समय पर माता की चौकी का आयोजन इस बात को पुष्ट करने के लिए किया जाता है कि माँ के दिव्य सकारात्मक गुणों को जीवन में धारण करना संभव है बशर्ते हम इसके लिए तैयार हों। देवी माँ का प्रकटीकरण तब हुआ जब ब्रह्मांड की कोई अन्य शक्ति महिषासुर को पृथ्वी का विनाश करने से न रोक सकी। सभी देवों की दिव्य शक्तियों से संपन्न माँ के पास हर प्रकार के अस्त्र-शस्त्र थे। विषम परिस्थितियों में भी जीवन के संरक्षण का गुण माँ को अन्य देवों से विशिष्टता प्रदान करता है। माँ शक्ति द्वारा महिषासुर का वध विनाशपूर्ण कृत्य नहीं अपितु विध्वंसात्मक ऊर्जा का सृजनात्मक ऊर्जा में रूपांतरण है। उनका क्रोध मार्ग में उपस्थित हर वस्तु को ध्वस्त नहीं करता बल्कि एक विशेष लक्ष्य पर केन्द्रित है तथा उनके कर्म चैतन्यता से युक्त हैं। साध्वी जी ने जनमानस को भी इस विशेष गुण को धारण करने पर बल दिया।
प्राचीन काल से ही भारत ऐसे ज्ञान की भूमि रहा है, जिसने मानव को जागृत कर शांत जीवन तथा उत्थान के लिए प्रेरित किया है। इस ज्ञान को ही शाश्वत ज्ञान या ब्रह्मज्ञान से संबोधित किया गया। ब्रह्मज्ञान अंतर्चेतना को जागृत कर मानव को उन कर्मों को करने हेतु प्रेरित करता है जो उसके साथ-साथ समाज के लिए भी लाभप्रद हैं। परंतु इस ब्रह्मज्ञान को प्रदान करने का सामर्थ्य सिर्फ सद्गुरु में ही है, वो भी ऐसे सद्गुरु जिन्होंने स्वयं उस चैतन्यता का दर्शन किया हो और जिज्ञासु साधकों को भी तत्क्षण करवा सकते हों। यूँ तो, हर युग में इस शाश्वत ज्ञान और उसके प्रदाता पूर्ण सद्गुरु की आवश्यकता रही है परंतु आज के समय में इसकी सर्वाधिक आवश्यकता है ताकि श्रद्धालु माँ आदि शक्ति के गुणों को धारण कर पाएँ। साध्वी जी ने कहा कि माँ के विध्वंस नहीं रूपांतरण के गुण को धारण करने के लिए हम सबको सर्वप्रथम ब्रह्मज्ञान प्रदाता पूर्ण सद्गुरु को खोजने की ज़रूरत है। सद्गुरु सर्व श्री आशुतोष महाराज जी, आज के समय के ऐसे ही ब्रह्मज्ञान प्रदाता पूर्ण सद्गुरु हैं, जिनकी कृपा से ईश्वर दर्शन कर कोई भी अपनी आध्यात्मिक यात्रा का शुभारम्भ कर सकता है।