दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की कृपा से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा शिमला, हिमाचल प्रदेश में 6 अक्तूबर 2024 को भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ‘भज गोविंदम्’ नामक कार्यक्रम का उद्देश्य भक्तों को ‘ब्रह्मज्ञान’ की शाश्वत विधि से परिचित करवाना रहा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बना हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग द्वारा डीजेजेएस के बोध प्रकल्प के अंतर्गत जागरूकता अभियान ‘संकल्प’ का शुभारंभ, जिसका मुख्य उद्देश्य नशीले पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री कृष्ण के चरण कमलों में वंदना सहित हुआ।
कार्यक्रम प्रवक्ता साध्वी वैष्णवी भारती जी ने ‘भज गोविंदम्’ के वास्तविक अर्थ को समझातेहुए कहा कि इसका अर्थ परमात्मा के नाम को बोलना या जपना मात्र नहीं है; बल्कि यह एक बहुत गहरा आध्यात्मिक विज्ञान है जो हमें ईश्वर के शाश्वत नाम से जुड़ने की प्रेरणा देता है। वह नाम जिसे मुख से नहीं बोला जा सकता बल्कि पूर्ण गुरु की कृपा से आत्मा की गहराइयों में ही सुना जा सकता है।
साध्वी जी ने समझाया कि केवल एक पूर्ण सतगुरु की कृपा द्वारा ही व्यक्ति ‘ब्रह्मज्ञान’ की शाश्वत विधि प्राप्त कर सकता है। यह सभी विद्याओं की परम विद्या है, जिसके माध्यम से मनुष्य ईश्वर का प्रत्यक्ष दर्शन (तत्व-दर्शन) करता है व उसका अव्यक्त नाम सुन पाता है। ‘ब्रह्मज्ञान’ आधारित नियमित ध्यान द्वारा हम ईश्वर के अव्यक्त नाम से जुड़कर जीवन के परमलक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हैं। अर्जुन ने आंतरिक रूप से इसी दिव्य नाम से जुड़कर कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि पर युद्ध किया था। हम भी सांसारिक दायित्वों को निभाते हुए भगवान के दिव्य नाम के साथ जुड़कर, अपने कार्यों को सही मायनों में सफल बना सकते हैं।
डीजेजेएस के सामाजिक प्रकल्प बोध- नशा उन्मूलन कार्यक्रम को समर्पित इस भजन संध्या कार्यक्रम ने नशे से पीड़ित समाज को मानसिक, भावनात्मक व आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनने हेतु परिवर्तन का संदेश दिया। ‘ब्रह्मज्ञान’ की प्रक्रिया व्यक्ति को इंद्रियों, मन तथा बुद्धिपर नियंत्रण रखना सिखाती है। अतः यह ज्ञान मनुष्य को अपने भीतर के विकारों से लड़ने मेंसशक्त बनाता है।
डीजेजेएस प्रतिनिधियों ने बताया कि वर्तमान युग में दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी जनजन को ‘ब्रह्मज्ञान’ की शाश्वत विधि प्रदान कर रहे हैं। जिसे प्राप्त कर हम अपने जीवन में चिरस्थायी, सकारात्मक व दिव्य परिवर्तन का अनुभव करते है। उन्होंने सभी को केवल बाहरी रूप से जप करने के लिए नहीं अपितु अंतर्जगत में ईश्वर का दर्शन करने हेतु आमंत्रित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार) सहित राजनीतिक, सामाजिक, न्यायिक व प्रशासनिक क्षेत्रों से अन्य सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति देखी गई। कार्यक्रम में प्रस्तुत भावपूर्ण व आध्यात्मिकता से ओतप्रोत भजनों ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उपस्थित दर्शकों ने डीजेजेएस केप्रयासों को सराहते हुए अपना हार्दिक आभार व्यक्त किया।