iVolunteer एक सामाजिक उद्यम है जो भारत के सामाजिक विकास हेतु विभिन्न स्वयंसेवकों और संगठनों को एकजुट हो उन्हें अपने समय और कौशल को साँझा करने का अवसर प्रदान करता है I पिछले दशकों में, iVounteer संगठन ने भारत में 350 से अधिक संगठनों और विश्वभर में 40 से अधिक देशों तक अपनी पहुंच का विस्तार किया है I भारत के दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद और पुणे शहरों में iVounteer संगठन के कार्यालय स्थापित हैं I iVolunteer का उद्देश्य कई मिशनों, व्यक्तियों, गैर सरकारी संगठनों और कॉर्पोरेट संगठनों के माध्यम से सामाजिक विकास क्षेत्रों को प्रभावित करना है। iVolunteer ने 150 से अधिक प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया है जिसके परिणामस्वरूप 900 से अधिक एनजीओ कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभ अर्जित किया है। यह संगठन देश के प्रतिनिधित्व के लिए एकमात्र भारतीय संगठन हैं जिसके विदेशों में भी कई नेटवर्क स्थापित हैं, जैसे पॉइंट्स ऑफ लाइट (संयुक्त राज्य अमेरिका), ग्लोबल प्रो बोनो नेटवर्क (टैप्रूट फाउंडेशन और बीएमडब्लू फाउंडेशन द्वारा आयोजित), इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर स्वयंसेवी प्रयास ( संयुक्त राज्य अमेरिका)। स्वयंसेवीकरण समुदायों और राष्ट्र के विकास के लिए एक अहम् भूमिका निभाता है । किन्तु फिर भी, आधुनिक भारत में, स्वयंसेवीकरण की मान्यता काफी कम है। लोगों में स्वयंसेवीकरण की भावना को विकसित करने के उद्देश्य से iVolunteer एक iVolunteer पुरस्कार का आयोजन करता है जिसका उद्देश्य स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यों की सराहना कर उनके विचारों को प्रोत्साहन देना है I इस उद्देश्य के साथ, iVolunteer ने iVolunteer पुरस्कार के छठे संस्करण में भाग लेने के लिए सभी संगठनों को आमंत्रित किया। संगठनों को अपनी प्रेरणादायक स्वयंसेवी यात्रा साझा करने और निम्न श्रेणी में से किसी भी श्रेणी में अपने आवेदन जमा करने के लिए प्रेरित किया गया । पुरस्कार श्रेणियां थीं: वालंटियर हीरो- वे व्यक्ति जिनके योगदान ने दूसरों को भी स्वयंसेवक बनने के लिए प्रेरित किया; यूथ चैंपियन - 23 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति जिनके आत्मविश्वास, जुनून और प्रतिबद्धता ने एक प्रेरणादायक पथ प्रदर्शित किया; लीडर इन वालंटियर इंगेजमेंट- वे गैर सरकारी संगठन जिन्होंने स्वयंसेवकों की विशाल क्षमता को सही राह प्रदान कर अपनी लक्ष्य प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त किया; लीडर इन एम्प्लोई वालंटियरिंग- वे कंपनी जिनके बेहतरीन अभ्यास ने कर्मचारी स्वयंसेवीकरण को प्रोत्साहित और सक्षम किया ।
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने उपरोक्त श्रेणी में से तीसरी श्रेणी में भाग लेकर शीर्ष दस फाइनलिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया ।
आवेदकों का मूल्यांकन इस आधार पर किया गया था:
- उनकी स्वयंसेवी नीति और प्रशिक्षण प्रक्रियाएं
- उनके स्वयंसेवी प्रबंधन क्रियाओं की प्रभावकारिता और सफलता
- स्वयंसेवकों का सकारात्मक अनुभव
- संगठन के मिशन पर स्वयंसेवी कार्य का प्रभाव
चयन प्रक्रिया निम्नानुसार थी:
पुरस्कार टीम ने iVolunteer पुरस्कारों में दर्ज़ किये गये सभी संगठनों के स्वयंसेवी अनुभव का एक संक्षिप्त सारांश iVolunteer पुरस्कार वेबसाइट पर अपलोड किया जिससे लोग उन संगठनों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर उन्हें वोट दे सकें I पांच आवेदक प्रोफाइल जिन्हें उच्चतम वोट प्राप्त हुए और साथ ही पांच विशेषज्ञ आवेदक प्रोफाइल जो 'विशेषज्ञों के पैनल' द्वारा चुने गए, उन्हें राष्ट्रीय जूरी में प्रस्तुत किया गया और उनके नाम वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घोषित किए गए । पुरस्कार समारोह चयन प्रक्रिया के लिए जूरी के रूप में- दीपम योगी (येल्लो स्पार्क सॉल्यूशंस एलएलपी के सह-संस्थापक); दीपिका बनर्जी, (स्पलैश इंटरनेशनल की प्रोग्राम सस्टेनेबिलिटी कोऑर्डिनेटर); रामसुब्रमण्यम (भारत के प्रतिभा क्वेस्ट के संस्थापक); करीना मैथ्यू, (iVolunteer की स्वयंसेवक); कोमल अरोड़ा, (नेस्ले इंडिया की सीएसआर); मधिश पारीख, (एलिक्सीर फाउंडेशन के राष्ट्रपति); करथीबन विद्या, (टीम एवरेस्ट एनजीओ की संस्थापक और सीईओ); केदार अडकर, (स्वच्छ के एच.आर. और प्रशासक); मधुकर कुमार, (इनसाइट कैटालिस्ट के लीडरशिप कोच एंड फैसिलिएटर); मथंगी रामकृष्णन, (शिक्षांजली एडुटेक परामर्श के सह-संस्थापक); नम्रिता तन्ना, (क्रिएटिव अगेंस्ट पावर्टी की सह-संस्थापक); पवित्रा पुट्टूर, (ओला की कार्यक्रम प्रबंधक); सागरिका बोस, (गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह की सीएसआर); सेल्वा गणपति, (क्राइस्टचर्च कैसीनो लिमिटेड के सस्टेनेबिलिटी एक्जीक्यूटिव); सिद्धार्थ अय्यर, (आस्क ग्रुप के प्रबंधक सीएसआर); सोलोमन जे मनोहर, (डीएचएफएल चेंजिंग लाइव्ज़ फाउंडेशन के सलाहकार); अभिजीत सिन्हा, (हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के मैनेजर); अरुण साहदे, (संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक (यूएनवी) के कार्यक्रम अधिकारी); गरेड पी जोन्स, ( पॉइंट्स ऑफ़ लाइट के मुख्य नेटवर्क अधिकारी); हिमांशु कपाडिया, (ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस के प्रमुख); रुकेया जोशी, (सेंटर फॉर एजुकेशन इन सोशल सेक्टर (सीईडीएसएस) के प्रोफेसर चेयरपर्सन); सुधाकर गुडिपटी, (टाटा स्ट्राइव के प्रमुख); सुमन श्रीवास्तव, (मार्केटिंग अनप्लग्ड के संस्थापक और अभिनव कलाकार); त्रिश्या स्क्रूवाला, (दी लाइटहाउस परियोजना के संस्थापक) उपस्थित थे ।
30 अक्टूबर 2018 को बाल गंधर्व रंग मंदिर ( पटवर्धन उद्यान के पास, बांद्रा पश्चिम, मुंबई, महाराष्ट्र-400050) में सभी शीर्ष 10 प्रतियोगिओं को एक स्मृति चिन्ह और पदक बैज से सम्मानित किया गया।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की और से मंथन संपूर्ण विकास केंद्र की प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर दीपा भारती जी ने इस सम्मान को प्राप्त किया I