हम सब इस तथ्य से परिचित हैं कि पुस्तकें पढ़ने से असंख्य लाभ प्राप्त होते हैं और वह जीवन को बदलने व एक नई दिशा प्रदान करने का सामर्थ्य रखती हैं। विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए पुस्तकें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि पढ़ने से उनकी स्मरण शक्ति तीव्र होती है। अध्ययन बताते हैं कि पुस्तकें पढ़ने वालों की स्मरण शक्ति न पढ़ने वालों की तुलना में अधिक होती है। हमारे विचारों को सकारात्मकता और शांति की ओर निर्देशित कर पुस्तकें वर्तमान समय में तनाव मुक्ति का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। अतः सभी आयु वर्ग के लोगों को एक नवीन क्षितिज प्रदान करने व सकारात्मकता, शांति, शाश्वत सुख के ऊर्जा स्रोत से जोड़ने हेतु, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) ने प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 10 से 18 फरवरी 2024 तक चलने वाले “नक्षत्र मेला, 2024” में भाग लिया, जहाँ डी.जे.जे.एस को हाल न. ए.बी.सी में स्टॉल न. 7सी-03-बी निर्धारित किया गया।
श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के प्रचारकों व शिष्यों ने विश्व में अध्यात्म प्रसार के महान उद्देश्य हेतु निःस्वार्थ भाव से वहां अपना समय व सामर्थ्य अर्पित किया। डी.जे.जे.एस के विभिन्न प्रकाशनों से व आपसी चर्चा के माध्यम से उन्होंने आगंतुकों को आध्यात्मिकता के सागर में गहरा उतरने में सहायता की। उन्होंने लोगों को समझाया कि समय के पूर्ण सतगुरु की शरणागत प्राप्त करना अध्यात्म जगत का पहला पड़ाव है। केवल पूर्ण सतगुरु ही आंतरिक जगत में प्रवेश करने की महत्वपूर्ण कुंजी प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए स्वयंसेवकों ने आगंतुकों को डी.जे.जे.एस के आध्यात्मिक साहित्य से अवगत करवाया जिसमें विभिन्न आध्यात्मिक पुस्तकों के सार को सरल भाषा में समझाया गया है ताकि “अध्यात्म” जैसे गूढ़ विषय को पाठकों के लिए समझना सहज हो पाए। डी.जे.जे.एस की विचारोत्तेजक पुस्तकें जैसे कि सर्च फॉर ट्रुथ, इनसाइटफुल चैट्स, माइन्ड- द डबल एज स्वोर्ड, समाधि इत्यादि ने कई आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। स्वयंसेवकों ने अपने व्यावहारिक अनुभवों और ब्रह्मज्ञान आधारित नियमित ध्यान-साधना से प्राप्त व्यक्तिगत व व्यावसायिक जीवन के लाभों को भी सांझा किया।
डी.जे.जे.एस के प्रचारकों व स्वयंसेवकों ने गर्व सहित आगंतुकों को बताया कि श्री आशुतोष महाराज जी ने असंख्य लोगों को वह ज्ञान प्रदान किया है जिसका वर्णन वेदों-ग्रंथों में मिलता है, जिसे हर युग के संत-महापुरुष जन-मानस के कल्याण हेतु जन-जन में प्रसारित करते रहे हैं।
नक्षत्र मेला, 2024 में भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति देखी गई। डी.जे.जे.एस द्वारा मानव जाति के कल्याण हेतु चलाए गए सामाजिक-आध्यात्मिक प्रकल्पों को कई दर्शकों ने सराहा। बहुत से आगंतुकों ने आध्यात्मिक प्रवचनों, आध्यात्मिक जाग्रति के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी ली व डी.जे.जे.एस के भावी कार्यक्रमों के प्रति अपनी गहरी रुचि दिखाई।