दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में 12 जनवरी, 2024 को रुद्रपुर, उत्तराखंड में उत्तिष्ठित भारत के विषय पर राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन की सांस्कृतिक पद्धति के साथ हुआ जो सकारात्मकता और उन्नति की भावना को पोषित करती है।
![DJJS Celebrated National Youth Day with an Awakening Call to the Youth at Rudrapur, Uttarakhand](https://www.djjs.org/uploads/news/im_65d5d585e3acf.jpg)
12 जनवरी, यानी स्वामी विवेकानन्द जी के जन्मदिन के अवसर पर मनाए गए राष्ट्रीय युवा दिवस पर उनके जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाता हुआ एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया। डीजेजेएस के प्रतिनिधियों ने स्वामी विवेकानंद जी के विचार प्रस्तुत करते हुए ईश्वर साक्षात्कार के माध्यम से मानवता के उत्थान पर व्याख्यान दिया। उन्होंने स्वामीजी के प्रेरणादायक शब्दों को दोहराया - "उठो, जागो, और लक्ष्य प्राप्त होने तक न रुको। हम वही हैं जो हमारे विचारों ने हमें बनाया है। इसलिए आप जो सोचते हैं, उसका ध्यान रखें।" इस अवसर पर एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों और ज्ञान को मूर्त रूप देने वाली सूक्तियों को दर्शा कर लोगों को संदेश दिया।
जब विवेकानंद जी पहली बार अपने गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस जी से मिले थे, तो उन्होंने यही प्रश्न पूछा था कि क्या आपने ईश्वर को देखा है? उत्तर स्वरूप श्री रामकृष्ण परमहंस जी ने उन्हें कहा था- हां और मैं तुम्हें भी दिखा सकता हूं। बताओ क्या देखना चाहते हो! उसके बाद, उन्होंने विवेकानंद जी को ब्रह्मज्ञान प्रदान किया और अंतरघट में ईश्वर दर्शन कराया। डीजेजेएस के प्रतिनिधि ने बताया कि आज के आधुनिक समय में श्री आशुतोष महाराज जी भी ब्रह्मज्ञान का दिव्य ज्ञान प्रदान कर रहे हैं और जन-जन को ईश्वर दर्शन करा कर उन्हें जीवन के श्रेष्ठ पथ पर अग्रसर कर रहे हैं ।
![DJJS Celebrated National Youth Day with an Awakening Call to the Youth at Rudrapur, Uttarakhand](https://www.djjs.org/uploads/news/im_65d5d585655dc.jpg)
कार्यक्रम में 'गणपति वंदना' का गायन, झांसी की रानी की शौर्य गाथा और डीजेजेएस के नि:स्वार्थ कार्यकर्ताओं द्वारा भगवान श्रीराम की दिव्य गाथा सहित मनोरम नृत्य प्रस्तुत किया गया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को अपनी संस्कृति के वैभव को जानकर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।
दर्शकों ने युवा सशक्तिकरण के उद्देश्य से भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपनी उत्सुकता व्यक्त की और इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर प्रस्थान किया।