प्रत्येक राष्ट्र का अस्तित्व किसी एक विशेष आदर्श की पृष्ठभूमि पर आधारित होता है। जिस प्रकार कुछ राष्ट्रों में राजनीति को आधार बनाया गया है तो कुछ में सामाजिक संस्कृति व कुछ में बौद्धिक संस्कृति को महत्व दिया है। परन्तु भारत का आधार उसकी समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत है। भारत की विरासत के पीछे एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक तर्क है जो इसे त्रुटिहीन और विश्वसनीय बनाता है। भारतीय नववर्ष के अवसर पर, प्राचीन भारतीय संस्कृति का परिचय देने हेतु दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने सतगुरु सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की अध्यक्षता में ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में कार्यक्रम का आयोजन किया।
प्रबुद्ध भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए 6 अप्रैल, 2019 को किंग जॉर्ज स्क्वायर, सीबीडी ब्रिसबेन, ऑस्ट्रेलिया में आयोजन किया गया। इस अवसर का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सीआर एंजेला ओवेन, परिषद के अध्यक्ष (लॉर्ड मेयर, प्रतिनिधि) व इयान स्टीवर्ट (क्वींसलैंड पुलिस, आयुक्त) की उपस्थिति व सम्मान से हुआ। इस कार्यक्रम में श्री पवितर कुमार नूरी (निर्माता, ब्रिसैसिया फेस्टिवल), श्री शाम दास (टारगेट टूर एंड ट्रेवल्स), श्री पलानीचामी ओ थेवर (भारतीय समुदाय महासंघ के सलाहकार, क्वींसलैंड), सुश्री पिंकी सिंह (पंजाबी वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष), सुश्री प्रेरणा पाहवा (सिम्पली ह्यूमन की संस्थापक), श्री नवदीप सिंह (सीनेट उम्मीदवार, ऑस्ट्रेलियन ग्रीन), श्री कार्तिक मेनन (गोल्ड कोस्ट कल्चरल एसोसिएशन के प्रमुख), श्री राकेश शर्मा (लक्ष्मी नारायण मंदिर के पूर्व अध्यक्ष), श्री सतेंद्र शुक्ला (लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष), श्री संदीप मोहन (जेके इंटरनेशनल ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के निदेशक), सुश्री शर्मिला देवी शनमुगराज (भारतीय समुदाय महासंघ की प्रतिनिधि, क्वींसलैंड), श्री परवीन गुप्ता (गुप्ता वकील) और सुश्री कविता खुल्लर (यूबीएस एकाउंटेंट) आदि अनेक विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में भारत की अप्रतिम विरासत व महानता को दर्शाती एक उत्कृष्ट प्रदर्शनी द्वारा भारतीय नववर्ष को चिह्नित किया गया। सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी दीपिका भारती जी ने भारतीय नववर्ष मनाने की गौरवशाली भारतीय संस्कृति और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय नववर्ष दुनिया के किसी भी अन्य नए साल की तुलना में अधिक वैज्ञानिक है क्योंकि भारतीय कैलेंडर सूर्य और चंद्रमा की वास्तविक स्थितियों की गणना पर आधारित है। इस अवसर पर सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी भावना निगम जी ने तथ्यात्मक रूप से बताया कि महत्वपूर्ण अविष्कारों का जनक भारत रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के ऋषि खोजकर्ता आध्यात्मिक रूप से जागृत थे। आध्यात्मिकता विज्ञानों का विज्ञान है जिसमें किसी व्यक्ति के वास्तविक व शुद्ध आत्म उत्थान की अपार संभावना निहित है। साध्वी जी ने कहा कि आज सर्व श्री आशुतोष महाराज जी, इसी आध्यात्मिक ज्ञान को ब्रह्मज्ञान के माध्यम से लोगों को प्रदान कर रहे हैं।
उत्कृष्ट नृत्य प्रदर्शनों और देशभक्ति गीतों की श्रृंखला ने ऑस्ट्रेलियाई निवासियों को हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपरा को समझने में सुविधा प्रदान की। इस कार्यक्रम में भारतीय व्यंजनों के स्टॉल भी शामिल थे। कार्यक्रम में स्वारालय, तुलजा डांस अकादमी, मदर इंडिया और नीतू मलिक डांस ग्रुप आदि अनेक नृत्य संस्थानों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम स्थल में राष्ट्रीय गौरव की भावना हर भारतीय के दिल में जागृत हुई जब भारतीय राष्ट्रगान को ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रगान के बाद बजाया गया।
सभी दर्शकों ने भारतीय भूमि के महत्व की वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विरासत को समझ इसकी सराहना की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि- इयान स्टीवर्ट, क्वींसलैंड पुलिस आयुक्त ने कहा कि “भारतीय समुदाय इस तरह से एक अद्भुत काम कर रहा है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक भारतीय समुदाय ऑस्ट्रेलिया का हिस्सा हो। मैं दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान को इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई देता हूं। यह अवसर पूरे समाज के लिए हैं जहाँ उन्हें भारतीय इतिहास व संस्कृति को समझाने में मदद मिलती है। मैं आपका आभारी हूँ व धन्यवाद देता हूँ कि आपने मुझे इस महत्वपूर्ण आयोजन में आमंत्रित किया।“