एक अभूतपूर्व पहल में, मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र द्वारा विदेशी मूल के बच्चों हेतु प्रथम संस्कारशाला का आयोजन किया गया। प्रथम संस्कारशाला का विषय प्रफ्फुलित संस्कारशाला था जिसका आयोजन 14 जनवरी 2024 को हुआ व द्वितीय कार्यशाला का विषय पौष्टिक संस्कारशाला था जिसका आयोजन 11 फरवरी 2024 को हुआ। इन संस्कारशालाओं में विदेशी भूमि में रहने वाले बच्चों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने का प्रयास किया गया। इस पहल में ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया एवं अन्य देशों के बच्चों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
प्रफुल्लित संस्कारशाला में बच्चों ने प्रसन्नचित्त और मधुर व्यवहार बनाए रखने के बारे में मूल्यवान सीखों को ग्रहण किया व पौष्टिक संस्कारशाला में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने पर बच्चों का ध्यान केंद्रित किया गया। सभी संस्कारशाला में बच्चों ने श्लोक उच्चारण, योग सत्र, रोचक गतिविधियाँ व क्विज, सारगर्भित विडियो प्रस्तुतियां, आदि के माध्यम से मूल्यों को सीखा।
मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र का अभिनव दृष्टिकोण एन.आर.आई बच्चों के लिए एक अनूठा अनुभव लेकर आया, जिससे वे भारतीय संस्कृति के मूल्यों को आत्मसात कर पाए जो विदेशी वातावरण में साधारतः उपेक्षित रहता है। यह संस्कारशाला कार्यशालाएँ बड़े उत्साह के साथ आयोजित की गईं और बच्चों ने आकर्षक और शैक्षिक गतिविधियों पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। अभिभावकों ने भी अपने बच्चों पर संस्कारशाला के सकारात्मक प्रभाव की सराहना की। कार्यशाला ने सांस्कृतिक अंतर को पाटते हुए बच्चों में नई आदतों और सकारात्मक बदलावों को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया गया।
संस्कारशाला का आगामी सत्र 10 मार्च, 2024 को आयोजित किया जाएगा। इस ज्ञानवर्धक कार्यशाला का विषय 'नैतिक संस्कारशाला' रहेगा, जहाँ बच्चे हमारे विभिन्न नायकों से प्रेरणा लेते हुए, नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने की यात्रा पर अग्रसर होंगे। सभी इच्छुक परिवारों को इस अद्वितीय अनुभव हेतु मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र आमंत्रित करता है। कार्यशाला में अपने बच्चों का नामांकन कराने हेतु manthan.djjs.org पर मेल करें।