स्वतंत्रता दिवस सभी भारतीय नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिवस उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का अवसर है जिन्होंने हमें एक सुंदर और शांतिपूर्ण जीवन देने के लिए अपने प्राणों को भी न्योछावर कर दिया। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने दिव्य धाम आश्रम, नई दिल्ली में 15 अगस्त, 2018 को 72वें स्वतंत्रता दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करते हुए आध्यात्मिक स्वराज रूप में इस महत्वपूर्ण दिन को मनाया।
संस्थान संस्थापक व संचालक श्री आशुतोष महाराज जी के प्रचारक शिष्यों ने श्रोताओं को आजादी का वास्तविक अर्थ समझाते हुए बताया कि वास्तविक स्वतंत्रता सभी बंधनों से मुक्त होना और मोक्ष प्राप्त करना है। जीवन और मृत्यु चक्र में हम अपने कर्मों के गुलाम बन चुके है। इन बन्धनों से मुक्ति हेतु कोई बौद्धिक ज्ञान या बाहरी पद्धतियां पर्याप्त नहीं होंगी। इसके लिए आत्मिक ज्ञान की आवश्कता है। आज के समय में विचार दूषित हो गए है और उचित मार्गदर्शन के लिए आत्मा से जुड़ना होगा। भक्ति उसी दिव्य आत्मा के साथ जुड़ना या योग का मार्ग है। ईश्वरीय दर्शन हेतु ब्रह्मज्ञान द्वारा आत्मजागृति की अनिवार्यता है और इसी माध्यम से दुनिया में शांति का प्रसार सम्भव है। सतगुरु श्री आशुतोष महाराज जी ब्रह्मज्ञान द्वारा ईश्वरीय ज्ञान प्रदान कर अनन्त आनंदमय आध्यात्मिक संसार के प्रवेश करवा शास्त्रों के सत्य को भीतर प्रगट करते है कि भगवान का अनुभव इन्द्रियों व बुद्धि की पहुंच से परे है।
भारतीय शास्त्रों के अनुसार पूर्ण गुरु ज्ञान मानव को सही दिशा प्रदान करते हैं। वे अपने मार्गदर्शन से साधक को सांसारिक और आध्यात्मिक जीवन में हर पल आनंद का अनुभव करवाते हुए आध्यात्मिक स्वतंत्रता की ओर जीवन को बढ़ाते है। आजादी का सटीक मार्ग साधना में निहित है।
इस अवसर को उत्साह के साथ मनाया गया। प्रेरणादायक संगीतमय रचनाओं और प्रवचनों की श्रृंखला से आध्यात्मिक ऊर्जा व भक्ति भावनाओं संग सम्पूर्ण वातावरण ओतप्रोत हो गया। उपस्थित लोग इस आयोजन से प्रभावित हो एक नई शुरुआत के लिए उत्साही दिखे। ऐसे अवसर समाज में जिम्मेदारी और भक्ति की भावना पैदा कर आध्यात्मिक स्वराज्य की ओर प्रयासरत होने की प्रेरणा देते हैं।
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