भक्तों को माँ भगवती की लीलाओं में निहित रहस्यों पर दिव्य व्याख्याओं द्वारा परिचित करने हेतु दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 28 अक्टूबर 2018 को टांगरा, जिला अमृतसर, पंजाब में माँ भगवती जागरण का आयोजन किया गया। जागरण में सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत प्रेरणादायक व अर्थपूर्ण भजनों ने सभी को आंतरिक संसार से जुड़ने हेतु प्रेरित किया।
साध्वी मंगलावती भारती जी और साध्वी सौम्या भारती जी ने जागरण में अपने विचारों द्वारा बताया कि माँ दुर्गा सर्वोच्च शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है जो सृष्टि में नैतिकता, सत्यता और धार्मिकता को बनाए रखती है। देवी का यह रूप नारी और रचनात्मक ऊर्जा का अवतार है। यह माँ का अद्भुत अवतार है जहाँ वह भयंकर रूप में होते हुए भी रक्षक हैं, क्रोध द्वारा नकरात्मकता समाप्त करने वाली हैं और विनाशक रूप में नवसृजन को सशक्त बनाने वाली हैं। वह आयुधों और विभिन्न मुद्राओं के रूप में सभी देवताओं की संयुक्त ऊर्जा का दैवीय प्रकटीकरण है। वह पूरी तरह से समाज के साथ-साथ विचारों में व्याप्त बुराइयों को समाप्त करती है।
महिषासुरमर्दिनी या शक्ति के रूप में, माँ बुराई की विनाशक है – वे अपनी अनेक भुजाओं में विद्यमान शक्तिशाली अस्त्रों द्वारा महिषासुर को समाप्त कर देती हैं। उन्हें परम सत्ता के रूप में ब्रह्म भी समझा जाता है। वह शुद्धता, ज्ञान और सत्य का अवतार है। किसी भी जीव में मौजूद सत्य का उच्चतम रूप या सर्वोच्च चेतना का रूप "आत्मा" जाना जाता है। वक्ताओं ने इस तथ्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्रह्मज्ञानप्रदाता सर्व श्री आशुतोष महाराज जी का कथन है कि "विश्व परिवर्तन हेतु मानव को परिवर्तित करना होगा और मानव को परिवर्तित करते हेतु उसके विचारों को परिवर्तित करना होगा।” ब्रह्मज्ञान के विज्ञान द्वारा स्वयं के साथ जुड़ने का मार्ग ज्ञात होता है। संस्थान प्रचारकों ने माँ की महिमा का गुणगान करते भक्ति से ओतप्रोत भजनों का गायन किया।
प्रभावशाली जागरण ने श्रोताओं को सकारात्मक रूप से खुद को बदलने के लिए तैयार होने के लिए प्रेरित किया, और सत्य व दिव्य के मार्ग पर चलने के लिए उत्साह का संचार किया। भक्तों ने आध्यात्मिक व्याख्याओं के दिव्य शब्दों द्वारा भीतरी सर्वोच्च उत्साह का अनुभव किया।
