दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में 19 मार्च, 2022 को जालंधर, पंजाब में माँ भगवती जागरण का आयोजन किया गया। माँ भगवती या शक्ति जागरण, जैसा कि नाम से ही ज्ञात होता है – आत्मा के स्तर पर हमारी आंतरिक ऊर्जा का जागरण। वह आत्मा, जो सकारात्मकता, शांति और शक्ति का वास्तविक स्रोत है। बाहरी जागरण वास्तव में मानव में दिव्य आध्यात्मिक चेतना की जागृति का ही प्रतीक है।
एक सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थान के रूप में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आंतरिक जागृति के माध्यम से समाज में सकारात्मक सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। कारण कि इसी से वैश्विक स्तर पर उच्च सामूहिक चेतना को जागृत कर विश्व शांति का उद्देश्य पूर्ण किया जा सकता है।
गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी भावर्चना भारती जी ने माँ भगवती के विभिन्न दिव्य स्वरूपों की सुंदर व्याख्या भक्तों के समक्ष प्रस्तुत की। अपने प्रेरणाप्रद विचारों में उन्होनें समझाया कि बुराई से लड़ने और दुनिया में धार्मिकता के विस्तार हेतु ही माँ भगवती इन रूपों में अवतरित हुईं। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि ब्रह्मज्ञान के माध्यम से हर इंसान को आज के परिवेश में इस दिव्य शक्ति से जुड़ने की जरूरत है। आंतरिक दिव्य प्रकाश या शक्ति पर ध्यान करने से ही मानवीय मन व मस्तिष्क की सभी बुराइयों को दूर किया जा सकता है। दरअसल यह दिव्य परिवर्तनकारी ऊर्जा ही व्यक्ति में दिव्यता का पोषण करती है और उसे नैतिकता, सकारात्मकता और निस्वार्थता का प्रतीक बनाती है। वहीं, ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान न केवल व्यक्ति को अंतरात्मा से जोड़ता है बल्कि समस्त मानवजाति के प्रति सौहार्द के भाव को भी प्रकट करता है। साथ ही साथ, प्रकृति के हर कण के साथ मानव के अंतर्संबंध को भी उजागर करता है।
श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्यों द्वारा प्रस्तुत भक्तिमय दिव्य भजन श्रृंखला के माध्यम से मां भगवती की महिमा को भक्तों के आगे अत्यंत प्रभावशाली ढंग से रखा गया। हर ओर दिव्य आभा का विस्तार दिखाई दिया। उपस्थित भक्तजनों ने आध्यात्मिक ऊर्जा, उमंग और उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस भव्य कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों को अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्य की ओर लक्षित होने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए अध्यात्म मार्ग पर दृढ़ रहने के लिए भी प्रोत्साहित किया।