बहुत सुंदर व सही कथन है- शान्ति भीतर से प्राप्त होती है, इसे बाहर न ढूंढें। ईश्वर की अनुमति के बिना कुछ भी नहीं हो सकता और ईश्वर किसी दिव्य उद्देश्य के बिना किसी भी विषम परिस्थिति को आने नहीं देते। यदि आप शांत रहेंगे तो हर परीक्षा में अवश्य उत्तीर्ण होंगे और भगवान परीक्षा से निकालकर आपको निखार देंगे।
ऐसे ही दिव्य शान्ति की प्राप्ति के रहस्य को उजागर करने हेतु दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा होशियारपुर, पंजाब में 4 नवंबर 2018 को भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस आयोजन की विषय रहा- “भज गोविन्दम”। जैसा कि हमारे शास्त्रों में वर्णित है, नियमित भजन व प्रभु का स्मरण मन को शुद्ध कर आंतरिक शांति की ओर अग्रसर करता है। इस कार्यक्रम को मुख्य वक्ता रूप में सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी वैष्णवी भारती जी ने प्रस्तुत किया।
इस आयोजन में अनेक प्रबुद्ध तथा राजनीति में विशिष्ट स्थान प्राप्त गणमान्य अतिथि सम्मिलित हुए जैसे डा. श्री राज कुमार (विधायक, चब्बेवाल), श्री अरुण डोगरा (विधायक, दसूहा), श्री पवन अदिया (विधायक, शामचुरासी), श्री अविनाश राय खन्ना (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा), श्री तीक्षण सूद (पूर्व मंत्री, पंजाब), श्री शिव सूद (मेयर), श्री एलान्च्ज़ेचियन जयबालन (आई पी एस, एस एस पी, होशियारपुर), श्री साहिल सांपला (सुपुत्र विजय सांपला केन्द्रीय राज्य मंत्री), श्री सनी शर्मा (पंजाब अध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा), श्री नितिन गुप्ता नन्नू (उपाध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा), श्री संजीव तलवार (पूर्व चेयरमैन, यूथ डेवलपमेंट बोर्ड, पंजाब), श्री मुनीश गुप्ता (उद्योगपति), श्री एस. के. पोम्बरा (सोनालिका इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स), श्री बी. एस. जसवाल (सेंचुरी प्लाईवुड), श्री बलबीर सिंह भट्टी (एस.पी. होशियारपुर), श्री अरुण कोहली (डी. एस. पी. होशियारपुर), डा. श्री राजेश्वर सूद (अध्यक्ष, आई. एम. ए.), श्री गोपी चंद कपूर (अध्यक्ष, व्यापर मंडल), श्री मीनू सेठी (पार्षद), श्री नीति तलवार (पार्षद), श्री निशि मोदी (एम. डी. मोदी हॉस्पिटल), श्रीमती सुमन गुलाटी (प्रिंसिपल, टोडलर्स होम स्कूल)। इस कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण के कमल चरणों में पुनीत प्रार्थना से किया गया। शास्त्रों के अनुसार भगवन श्रीकृष्ण को गोविंद भी कहा जाता है क्योंकि वे गायों के संरक्षक थे और अपनी छोटी उंगली पर 'गोवर्धन' नामक पहाड़ी को उठाकर ग्रामीणों को भारी वर्षा-तूफान से बचाया था। भक्ति गीतों और प्रेरणादायक भजनों की श्रृंखला ने जनमानस को भगवान कृष्ण की जीवन कथाओं और इनमें निहित जीवन परिवर्तित करने वाली शिक्षाओं के प्रति जागरूक किया। इनके माध्यम से हमारे गोपाल-भगवान कृष्ण के प्रेमपूर्ण, संरक्षक, उदार और भरोसेमंद व्यक्तित्व का प्रभावशाली चित्रण किया। साध्वी वैष्णवी भारती जी ने भक्ति गीतों और भजनों के अर्थों को अत्यंत सुन्दरता से समझाया। संगीत ने उपस्थित जनमानस को मंत्रमुग्ध कर ऐसा वातावरण रचा जिसने सबको आत्मिक श्रेष्ठता की ओर उन्मुख कर दिव्य ज्ञान की सहायता से दिव्य शान्ति को प्राप्त करने व आंतरिक अन्वेषण के लिए प्रोत्साहित किया।
जनमानस ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे अपने जीवन की सबसे शानदार शाम के रूप में स्वीकारते हुए आभार प्रकट किया। इन भक्ति गीतों से भरी संध्या की सहायता से उन्होंने स्वयं को जानने, समझने और वास्तविक भक्ति के लिए अनमोल प्रेरणाएँ पाईं। उनके चेहरों पर उनकी आंतरिक संतुष्टि की भावना स्पष्ट दिखाई दे रही थी। हर किसी ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के महान प्रयासों का धन्यवाद किया।