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गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की दिव्य कृपा से, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान(डीजेजेएस) द्वारा 8 से 14 फरवरी 2025 तक काशीपुर, उत्तराखंड में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन किया गया। कथा का उद्देश्य जिज्ञासु भक्तों को शास्त्रों मेंनिहित प्रयोगात्मक अध्यात्म अर्थात् ब्रह्मज्ञान को जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरितकरना था। कथा का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में श्रद्धापूर्ण प्रार्थना के साथ हुआ, जिसमें सभी के आध्यात्मिक उत्थान की मंगलकामना की गई। कई प्रतिष्ठित अतिथि औरहजारों भक्त अपने गूढ़ आध्यात्मिक प्रश्नों का स्थायी समाधान प्राप्त करने के लिएएकत्रित हुए।

Shrimad Bhagwat Katha enabled devotees realize the necessity of perceiving God through a Perfect Master in Kashipur, Uttarakhand

कथावाचक, साध्वी कालिंदी भारती जी ने आध्यात्मिकता के महत्वपूर्ण प्रभाव को सुंदरतासे उजागर किया कि यह कैसे भक्तों के जीवन में दिव्य सूक्ष्म परिवर्तन ला सकता है।उन्होंने शास्त्रों के आधार पर यह बताया कि जीवन की सभी समस्याओं के समाधान हमारेशास्त्रों में विद्यमान हैं, किंतु जब तक कोई पूर्ण सतगुरु के श्रीचरणों में पूर्ण समर्पण नहींकरता, तब तक उन सूत्रों से पूर्ण रूप से जीवन में लाभ प्राप्त कर पाना संभव नहीं होपाता।

यह केवल एक पूर्ण गुरु की कृपा द्वारा ही संभव है, जो अपने शिष्य को 'दिव्य ज्ञान' (ब्रह्मज्ञान) की शाश्वत विधि प्रदान करते हैं और उसके अन्तःकरण में ईश्वर का साक्षात दर्शन कराते हैं तथा आध्यात्मिकता का मार्ग दिखाते हैं। जिस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण नेकुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान प्रदान किया, जिसके बाद ही वो धर्म कीस्थापना में सफल हुए। इसी तरह, व्यक्ति तब तक दिशाहीन रहता है, जब तक उसेभगवान श्रीकृष्ण जैसे पूर्ण सतगुरु नहीं मिल जाते, जिनके चरण कमलों में वह पूर्ण रूप से समर्पित होकर उनकी प्रत्येक आज्ञा का पालन कर के, अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है।

Shrimad Bhagwat Katha enabled devotees realize the necessity of perceiving God through a Perfect Master in Kashipur, Uttarakhand

साध्वी जी ने सभी भक्तों को पूर्ण गुरु की खोज करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहाकि यदि कोई ईश्वर दर्शन का जिज्ञासु कहीं भी पूर्ण गुरु नहीं ढूंढ पा रहा है, तो वहडीजेजेएस में आकर इस खोज को पूर्ण कर सकता है, क्योंकि गुरुदेव श्री आशुतोषमहाराज जी की कृपा से हर जिज्ञासु को ब्रह्मज्ञान की अनुभूति प्राप्त हो सकती है। यह वहदिव्य ज्ञान है जिसने लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से रूपांतरित किया है।

यह कथा सभी श्रोताओं एवं बुद्धिजीवियों के लिए एक जागरूकता पूर्ण अनुभव रहा, जिसमें साध्वी जी ने आध्यात्मिकता के गूढ़ रहस्यों को तार्किक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण सेअत्यंत सरल भाषा में समझाया। भजनों की श्रृंखला ने भक्तों को बहुत प्रभावित किया।इस कार्यक्रम को विभिन्न प्रिंट मीडिया में कवर किया गया। सभी ने डीजेजेएस के विभिन्नसामाजिक प्रकल्पों की भी सराहना की एवं पूर्ण रूप से समर्पित प्रचारकों, स्वयंसेवकों एवंप्रतिनिधियों के निस्वार्थ प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की, जो गुरुदेव श्री आशुतोष महाराजजी के दिव्य मार्गदर्शन में संपूर्ण मानवता के उत्थान हेतु कार्यरत हैं।

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