दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने 26 सितंबर से 2 अक्टूबर 2018 तक सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का कार्यक्रम रोहिणी, सेक्टर- 18, नई दिल्ली में आयोजित किया। श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्या कथाव्यास साध्वी पद्महस्ता भारती जी ने आध्यात्मिक वक्ता के तौर पर कथा का वाचन किया। उत्तर-भारत के विभिन्न हिस्सों के हजारों श्रद्धालुओं ने घटना में अपनी उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज़ की।
आज हम जिस तरह की दुनिया बना चुके हैं, वह हमारी आंतरिक दुनिया का स्पष्ट संकेत है जो कि दिन प्रतिदिन प्रदूषित हो रही है क्योंकि हम शायद ही कभी मानवता के आधार पर कर्म करते हैं। दुनिया भर के लोग अलग-अलग धर्मों के बारे में बात करते हैं और वास्तव में सच्चे दिव्य ज्ञान का अनुभव किए बिना एक-दूसरे के बीच तुलना करने की कोशिश करते हैं। इसीलिए, हमें परम सत्य को समझने के लिए पहले सत्य का अनुभव करना होगा। जैसे-जैसे दुनिया अज्ञान की ओर बढ़ रही है, मूल्यों और सिद्धांतों के विनाश की ओर अग्रसर हो रही है। यह हमारे ही कार्यों और विचारों का स्पष्ट दर्पण दिखा रहा है।
सबसे बड़ी समस्या जिससे हम सभी पीड़ित हैं- हमारी आध्यात्मिक विरासत की ओर हमारा अज्ञान। हम भूल गए कि हम भगवान कृष्ण जैसे प्रभु की भूमि से संबंधित है, जो सच्चे प्रेम, भक्ति और धर्म का प्रतीक हैं। जिन्होंने न केवल पृथ्वी पर सत्य की स्थापना की बल्कि मानव जाति को मुक्ति मार्ग पर प्रेरित करने के लिए दिशा भी प्रदर्शित की।
संस्थान ने लोगों को अपनी सनातन आध्यात्मिक विरासत के बारे में जागरूक करने के लिए अनेक प्रयास किए जिसने भारत को जगतगुरु बनाया था! कार्यक्रम भगवान कृष्ण के चरणों में प्रार्थना से शुरू हुआ। प्रेरणादायक व दिव्य संदेश देने वाले भजनों की श्रृंखला ने दर्शकों को आध्यात्मिकता के रंग में डुबो दिया और आत्मा को भीतर तक प्रभु के आशीर्वाद से तृप्त कर डाला।
साध्वी पद्महस्ता भारती जी ने दिव्य ज्ञान पर अपना अनुभव साझा किया और दर्शकों को बताया कि सम्पूर्ण जीवन अपने प्रिय भगवान से जुड़े रहना, हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। उन्होंने समझाया कि अगर हम इस जीवन का मूल्य नहीं समझते तो यह जीवन व्यर्थ है। कथा की दैनिक आध्यात्मिक खुराक ने भगवान के विभिन्न सर्वोच्च रहस्यों के बारे में जागरूकता पैदा की, जिसने न केवल दर्शकों को अभिभूत कर दिया बल्कि ज्ञान और भक्ति के प्रति भी उन्हें प्रेरित किया।
भगवान कृष्ण के जीवन की सच्ची घटनाओं को जानने और महसूस करने के बाद दर्शक बहुत ही उत्साहित दिखे। उन्होंने संस्थान के सभी आयोजकों और स्वयंसेवकों को आध्यात्मिक प्रेरणाओं और दिव्य विचारों के लिए तहेदिल से धन्यवाद भी दिया। कथा में कई प्रतिष्ठित अतिथि भी कार्यक्रम में उपस्थिति रहे: श्रीमती कृष्णा तीरथ (केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय),श्रीमती प्रीति अग्रवाल (उत्तर दिल्ली के पूर्व महापौर, एनडीएमसी), श्री नीलदमन खत्री (बीजेपी नेता, दिल्ली विधान सभा के पूर्व सदस्य)