पानीपत (हरियाणा): दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के लिंग समानता कार्यक्रम, संतुलन, द्वारा पानीपत के आर्या कॉलेज ऑडिटोरियम में 10 मार्च, 2019 को 10स्वें वार्षिक संतुलन अवार्ड प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर वर्तमान हरियाणा सरकार में परिवहन, आवास, जेल मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार की विशेष अतिथि के रूप में उपस्थिति रही. साथ ही विधायक (पानीपत) श्री रोहित रेवाड़ी, महापौर (पानीपत) श्रीमती अवनीत कौर, महाप्रबंधक एन.ऍफ़.एल. (पानीपत) श्री सुनील अरोड़ा, क्षेत्रीय प्रबंधक (हरियाणा कला परिषद्, चंडीगढ़) श्री महेश जोशी जी ने भी माननीय अतिथियों के रूप में भूमिका निभाई.
प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा संचालित लिंग समानता कार्यक्रम ‘संतुलन’ के अंतर्गत विश्व स्तर पर अभियान के माध्यम से भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष, उपर्युक्त अभियान 'स्वाभिमान' के नाम से देश भर में, संयुक्त राष्ट्र (United Nations) द्वारा निर्धारित थीम- Balanced the World, Better the World. संक्षिप्त में - Balance For Better के आधार पर 1 मार्च से 31 मार्च तक मनाया जा रहा है. अभियान में जागरूकता कार्यशाला, रैली जैसे विविध उपक्रमों के अतिरिक्त, महिलाओं को विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए, संतुलन अवार्ड द्वारा सम्मानित कर सराहना देने का प्रयास भी किया जा रहा है.
स्त्रीत्व का अर्थ मात्र स्त्री होना नहीं, वास्तव में स्त्री की विशेषताएँ जैसे कि शांति, संवेदनशीलता और पवित्रता को दर्शाता है. तथापि, इस नारीत्व की महिमा उसकी बिगड़ती स्थिति के परिणाम के रूप में कम हो गई है, जिसके परिणाम स्वरूप उसकी उपलक्ष्यताएँ भी धुंधली होती जा रही है. संतुलन, महिलाओं का उनके संबंधित क्षेत्रों में अतिशयोक्तिपूर्ण कार्य के प्रति प्रशंसा की अभिव्यक्ति के रूप में, इस खोई हुई महिमा को पुनः प्राप्त करने हेतु, संतुलान पुरस्कार के साथ सम्मानित करने का प्रयास कर रहा है. इस प्रवृत्ति को स्थापित करने और लगातार 9 वर्षों तक इसका अनुसरण करने के बाद, संतुलन कार्यक्रम ने इस वर्ष महिलाओं को 10 वें वार्षिक संतुलान पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया.
हरियाणा, महिलाओं के खिलाफ अपराध की उच्च दर के लिए बदनाम होने के अतिरिक्त, कई प्रसिद्ध महिलाओं, जैसे कि सुषमा स्वराज-विदेश मंत्री, साक्षी मलिक और फोगट बहनें-प्रसिद्ध कुश्ती चैंपियन, भारतीय मूल की कल्पना चावला- अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम महिला, का क्षेत्र होने के लिए भी प्रख्यात है. ऐसी सफल महिलाओं का क्षेत्र होने के कारणवश, संतुलन अवार्ड मेगा इवेंट कार्यक्रम हरियाणा में जोश के साथ तीसरी बार आयोजित किया गया. कार्यक्रम में विविध जागरूकता सत्र, सांस्कृतिक प्रदर्शन, मंत्रमुग्ध कर देने वाले भजन और महिलाओं को अपने सुविधा क्षेत्र से बाहर कदम रखने, पूर्वाग्रहों की बेड़ियों को तोड़ने और हमेशा की तरह स्तर ऊंचा करने के लिए एक संवादात्मक सत्र का प्रदर्शन किया गया. प्रत्याशियों (महिला प्राप्तकर्ताओं) की सूची भी उनके योगदान और कार्य के आधार पर तैयार की जाती है.
इस प्रकरण के अंत में सशक्तिकरण की चुनिंदा प्रतिमुर्तियाँ महिला आइकॉनों का सम्मान दिया गया; श्रीमती गायत्री कौशल (समाजसेवी, कुरुक्षेत्र), श्रीमती कमला आर्या (समाजसेवी, पानीपत), श्रीमती कंचन सागर (समाजसेवी, पानीपत), डॉ गीता गुप्ता (स्त्रीरोग विशेषज्ञ), सुश्री अमरजीत कौर (प्रथम महिला किसान, बबैन), श्रीमती बबिता नारवाल (समाजसेवी, सोनीपत), सुश्री नैना (अंतर्राष्ट्रीय कुश्तीबाज), श्रीमती आरती शिन्गला (अध्यक्ष, लायनेस यूथ क्लब), श्रीमती रेखा रानी (समाजसेवी, अम्बाला), श्रीमती वीणा ढल (समाजसेवी, अम्बाला), डॉ अंजना तलूजा (समाजसेवी, यमुनानगर) और श्रीमती बबली राजपूत (द्वितीय ऑटो-रिक्शा ड्राईवर, पानीपत). पुरस्कार प्राप्त करने के बाद, पुरस्कार विजेतों ने अपनी सफलता की उन कहानियों और चुनौतियों को भी साझा किया, जिन पर विजय प्राप्त कर वे आज इस स्थान पर पहुँच पायी हैं. इस भव्य समारोह में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित अतिथि और प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान एक सामाजिक आध्यात्मिक संस्था है जो समाज में महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अपराधों को समाप्त कर, महिलाओं को उनकी गरिमा व प्रतिष्ठा का आभास करवाने, व उन्हें अपने अधिकारों का प्रयोग करने हेतु प्रेरित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य प्रदर्शन के अतिरिक्त, संस्थान द्वारा नशा मुक्ति, अभावग्रस्त बच्चों की शिक्षार्थ, पर्यावरण संरक्षण हेतु, गो संरक्षण, संवर्धन एवं नस्ल सुधार, समाज के सम्पूर्ण स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन तथा नेत्रहीनों, अपाहिजों के सशक्तिकरण, जेल के कैदी बंधुओं के लिए समाज कल्याण के अनेक प्रकल्प चलाए जा रहे हैं जिसका एकमात्र उद्देश्य आध्यात्मिक जागृति द्वारा विश्व में शान्ति व बंधुत्व की स्थापना करना है.