आज वैश्वीकरण के इस दौर में जहाँ छात्रों के लिए असंख्य करियर विकल्प उपलब्ध हैं, तो वहीं उनके भ्रमित होने की संभावनाएं भी कहीं अधिक बढ़ गई है। ऐसे में इन बच्चों को सही समय पर सही मार्गदर्शन प्राप्त हो जाए तो ये बच्चे समाज के सच्चे सूत्रधार के रूप में स्वयं को गढ़ सकते हैं, वहीं सही मार्गदर्शन के अभाव में ये अज्ञानता की खाई में खो अपने जीवन को व्यर्थ भी कर सकते हैं। मार्गदर्शन ऐसा होना चाहिए जिसमें करियर विकल्प के साथ जीवन की दिशा को भी सही मार्ग पर ले जाने के अवसर मिल जाएं।
जब देश की भावी पीढ़ी की बात हो तो ऐसे में हम अक्सर उन बच्चों को भूल जाते हैं जिनका बचपन और भविष्य दोनों ही अभावग्रस्तता में कहीं खो चुका है। किंतु मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र(SVK), दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान(DJJS) के सामाजिक प्रकल्प के रूप में, देश के इन्हीं अभावग्रस्त बच्चों को न केवल निःशुल्क एवं मूल्याधारित शिक्षा प्रदान कर उनके बचपन को संवारने में संलग्न है, अपितु समय-समय पर उनके लिए "करियर परामर्श सत्र" का आयोजन कर उनके भविष्य और जीवन को सही राह दिखाने में भी प्रयासरत है।
इसी कड़ी को जारी रखते हुए मंथन-SVK द्वारा 26 सितंबर 2020 को पूर्व छात्रों के लिए "ऑनलाइन करियर परामर्श सत्र" का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों को उनके हितों और संभावित करियर विकल्पों का चयन करने में सहायता की गई।
प्रतिष्ठित करियर परामर्शदाता रत्ना पंत जी (Founder and Director of Aim Ultra Counselling Services) और संगीता गुरहा जी की उपस्थिति ने छात्रों को लाभान्वित किया।
सत्र की अध्यक्षता मंथन-SVK की कार्यकर्ता नेहा गुप्ता ने की जिसमें उन्होंने अतिथियों को मंथन-SVK प्रकल्प और उसके लक्ष्य एवं विचारधारा से अवगत कराया। इसके बाद रत्ना पंत जी ने प्रश्नोत्तरी के साथ परामर्श सत्र को प्रारंभ किया जिसमें उन्होंने छात्रों के प्रश्नों के समाधान देते हुए उन्हें विज्ञान, कॉमर्स और आर्ट्स के क्षेत्र में उपलब्ध अनेक विकल्पों की जानकारी दी और विकल्पों के चयन में बच्चों द्वारा की जाने वाली आम गलतियाँ, जैसे किसी व्यवसाय के रुतबे और आय से प्रभावित हो आत्म-संतोष और रुचि के साथ समझौता कर लेना जो उनके निजी और व्यावसायिक जीवन दोनों पर विपरीत प्रभाव डालता है, ऐसी गलतियों से सावधान करते हुए उन्हें संतोषप्रद करियर का चुनाव करने की सलाह दी। इसके बाद संगीता गुरहा जी ने बच्चों को उचित करियर विकल्प चुनने में सहायता प्रदान करने के साथ उन्हें जीवन के कौशल जैसे समय प्रबंधन, सृजनात्मक चिंतन, सकारात्मक व्यवहार आदि के विकास हेतु प्रेरित भी किया।
DJJS की प्रचारक शिष्या तथा मंथन-SVK की संयोजिका साध्वी दीपा भारती जी ने प्रेरणास्पद विचारों को सभी के समक्ष रखते हुए कहा कि जब देश का प्रत्येक छात्र सही मार्गदर्शन में अपना आत्मनिरीक्षण कर स्वयं की प्रतिभाओं का विकास करने में सक्षम होगा तब निश्चित ही भारत सामाजिक और आध्यात्मिक शक्ति बन संपूर्ण विश्व को अनंत शांति की ओर अग्रसर करेगा। इसके साथ ही अंत में उन्होंने अतिथियों को उनके अतुलनीय मार्गदर्शन और समय के लिए उनका आभार जताया तथा भविष्य में भी उनका सानिध्य एवं ज्ञानवर्धक परामर्श प्राप्त करने की इच्छा ज़ाहिर की। इसी आशा के साथ DJJS के कार्यकर्ता तुषार पाल के द्वारा एक प्रेरणादायक गान- "जागना होगा युवा" के मधुर गायन के साथ सत्र को विराम दिया गया।