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अष्टांग योग में ऋषि पतंजलि कहते है- योगश्चित्तवृत्तीनिरोध:  यानि चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है। योग एक ऐसी अद्भुत प्राचीन भारतीय तकनीक है जो हमें शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाती है। योग के इन्ही लाभों को युवाओं तक लाने व आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के उपलक्ष में, SAM वर्कशॉप, DJJS के युवा सशक्तिकरण अभियान ने 17 मई, 2023 को प्रतिष्ठित प्रूडेंस स्कूल, द्वारका में एक विशेष ‘Yoga@SAM: Bend it like Yogis’ कार्यक्रम का आयोजन किया। युवाओं को सशक्त बनाने के दृष्टिकोण को साझा करते हुए व प्राचीन योग तकनीकों द्वारा छात्रों में परीक्षा के तनाव और चिंता को कम करने में मदद करने के लिए  प्रिंसिपल, श्री रितेश शर्मा ने योग वर्कशॉप आयोजित करने के लिए SAM वर्कशॉप को आमंत्रित किया।

Yoga@ SAM: Bend it like Yogis at Prudence School, Dwarka

‘Yoga@SAM’ में भाग लेने के लिए स्कूल के असेंबली हॉल में उत्साह से भरे कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 250 से अधिक छात्र उपस्थित रहे व सत्र की शुरुआत छात्रों व शिक्षकों का स्वागत करने के साथ हुई। इसके बाद युवाओं व छात्रों के लिए SAM  द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न इनिशिएटिव्स  पर एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इन इनिशिएटिव्स  में से SAM  का ‘कल्चर कनेक्ट कॉन्क्लेव’ छात्रों द्वारा बहुत सराहा गया जिसमें कई फन एक्टिविटीस के माध्यम से, जो भारतीय परंपरा का अभिन्न हिस्सा है, बच्चों को भारतीय संस्कृति से मनोरंजक रूप से परिचित किया जाता है ताकि वह इस प्राचीन  विरासत पर गौरवांवित महसूस कर सके।  

ऑडियो-विजुअल सत्र के बाद छात्र और शिक्षक बड़ी उत्सुकता से स्कूल के विशाल स्पोर्ट्स हॉल में एकत्रित हुए व मन को शांत करने वाले तरंगमय श्लोकों के उच्चारण के साथ ‘Yoga@SAM' की शुरुआत हुई। SAM वालंटियर्स और उत्साही स्कूली शिक्षकों के निर्देश में ऊर्जावान छात्रों ने योग प्रशिक्षकों को फॉलो करने के लिए प्रशंसनीय प्रयास किए और विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया। छात्रों द्वारा किए गए कुछ आसनों में सूर्य नमस्कार, ताड़ासन (माउंटेन पोज़), धनुरासन (बो पोज़), पश्चिमोत्तानासन (फॉरवर्ड बेंड पोज़), भुजंगासन (कोबरा पोज़) आदि शामिल थे।

Yoga@ SAM: Bend it like Yogis at Prudence School, Dwarka

छात्रों को साध्वी डॉ. शिवानी भारती जी, डायरेक्टर, SAM द्वारा 'अष्टांग योग' के बहुत ही विज्ञानिक व प्रायोगिक सूत्रों के बारे में जानने का अवसर मिला। साध्वी जी ने अष्टांग योग के सातवें चरण 'ध्यान' पर छात्रों से विस्तृत वार्ता की और उन्होने ध्यान की सही तकनीक सीखने के महत्व और मस्तिष्क और स्मृति के लिए इसके लाभ के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ध्यान के नियमित अभ्यास से छात्र अपनी एकाग्रता, कार्यक्षमता और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े हर आयाम में सुधार का अनुभव कर सकते हैं।

वर्कशॉप के बाद सभी छात्रों ने मानसिक तनाव में कमी और सकारात्मक शक्ति में वृद्धि का अनुभव किया। छात्र आसनों के विभिन्न महत्वों को सीखकर SAM द्वारा आयोजित योग वर्कशॉप की प्रशंसा करते नजर आए और जल्द ही ऐसे एक और अद्भुत सत्र में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। इस विशेष सत्र का समापन छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्य और SAM वालंटियर्स के साथ एक यादगार तस्वीर लेकर हुआ।

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