सैर- एक उत्तम औषधि! | Akhand Gyan | Eternal Wisdom

सैर- एक उत्तम औषधि!

किसी ने ठीक कहा है- ' सुबह की सैर है, पूरे दिन के लिए वरदान।' परन्तु आज के परिवेश में इस उक्ति की सार्थकता कहीं लुप्त होती जा रही है। हर व्यक्ति सुबह से रात तक इतना बिज़ी है कि उसे स्वयं के लिए भी फुरसत नहीं है। यानि वह अपने स्वास्थ्य और सेहत को नज़रंदाज़ कर रहा है। परन्तु ज़रा विचार करें, यदि हम स्वस्थ और निरोग नहीं होंगे, हमारा शरीर ही हमारा साथ नहीं देगा, तो इतनी भागम-भाग से प्राप्त किये गए साधनों का क्या लाभ? कौन उनके सुखों को भोगेगा? इसलिए ज़रूरी है कि केवल भौतिक संपदा इकट्ठी करने के लिए मत दौड़िए, बल्कि तंदुरुस्त रहने के लिए भी दौड़िए। मतलब कि रोज़ थोड़ा समय सुबह या सायं की सैर के लिए अवश्य निकालें। सैर हर आयु के व्यक्ति के लिए महत्त्वपूर्ण व आवश्यक है।

सायं की जगह सुबह के समय सैर करना ज़्यादा लाभकारी है। क्यों? आइए जानें-

1. उगते सूर्य की किरणें स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभदायक होती है।

2. सुबह के समय वाहनों की संख्या कम होने के कारण वातावरण में प्रदूषण का स्तर न्यूनतम होता है।

3. इस समय प्रकृति भी ...

4. सुबह की सैर हमारे शरीर के पूरे सिस्टम को ...

सैर व्यक्ति को स्वस्थ व पुष्ट कर, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। इसलिए हमारा अनेक प्रकार की बीमारियों व संक्रामक रोगों से बचाव हो जाता है। सैर व्यक्ति को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी प्रदान करती है।

जानना चाहते हैं कैसे, तो पढ़िए पूर्णतः  चैत्र मास, विक्रमी संवत 2070 की हिन्दी अखण्ड ज्ञान मासिक पत्रिका।

Need to read such articles? Subscribe Today