पंजाब जैसे राज्य मे जहां 70% युवा आबादी को किसी न किसी प्रकार के नशे का आदी होने का आंकलन किया जाता है, यह देखने लायक था जब 100 से अधिक युवा स्वयंसेवकों का एक समूह स्मार्ट ब्लू जैकेट पहने हुए “चलो बनाए नशा मुक्त समाज” लिखे कार्ड्स को पकड़े पंक्तिबद्ध होकर चल रहे थे । दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के जालंधर केंद्र द्वारा आयोजित दो दिवसीय नशामुक्ति शिविर के दौरान, परम पावन आशुतोष महाराज जी द्वारा चलाये जा रहे बोध – नशा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विशिष्ट आयोजान वहाँ के जनमानस द्वारा देखा गया । यह शिविर पंजाब के जालंधर क्षेत्र के रविदास चौक पर लगाया गया था जिसमें क्षेत्र के नशा- उपयोगकर्ताओं और नशा-गैर-उपयोगकर्ताओं दोनों को अत्यंत जिम्मेदारी के साथ मदद की गई ।
इस शिविर ने एक तरफ नशेड़ी या शुरुआती लोगों को निदान, नि: शुल्क परामर्श, स्वास्थ्य जांच और परामर्श जैसी सेवाओं की सुविधा प्रदान की, जबकि गैर-उपयोगकर्ताओं के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर शिक्षा और जागरूकता जगाई गयी जिससे की वह जीवन के किसी भी बिंदु पर किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों का प्रयोग न करें। उपचार प्रक्रिया के एक भाग के रूप में, “नशा रोधक” फार्मेसी में निर्मित पेटेंट आयुर्वेदिक दवा का मुफ्त वितरण किया गया । इसके साथ ही इस विषय के विशेषज्ञों ने, ड्रग एडिक्ट परिवार के सदस्य और नशे की समस्या के कारण होने वाली समस्याओं का सामना करने के तरीको के बारे में गहन जानकारी के साथ रोगियों और उनके परिवारों का ज्ञान संवर्धन किया।
साथ ही वोलनटीर्स ने समूहों व व्यक्तिगत रूप से आगंतुकों और राहगीरों को नशे को लेकर उनके व्यक्तिगत प्रश्नों से संबंधित विभिन्न आयामों पर परामर्श दिया, जो अन्यथा अनुत्तरित ही रहते हैं। लोगों को आत्मज्ञान के महत्व के बारे में भी बताया गया, जिससे जीवन मे सही और गलत के बीच अंतर करने की समझ जागती है और किसी भी दबाव के के खिलाफ मजबूत खड़ा होना सिखाता है । हजारों लोगों के साथ, नशामुक्ति उपचार की दिशा में अपना पहला कदम उठाते हुए यह शिविर सफलतापूर्वक 10000 से अधिक लोगों के साथ संपन्न हुआ ।