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दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के समग्र स्वास्थ्य कार्यक्रम 'आरोग्य' के अंतर्गत, समाज को स्वस्थ और जागरूक बनाने की दिशा में स्वास्थ्य शिविरों, ओ.पी.डी. सेवाओं, जनजागरूकता सत्रों आदि के माध्यम से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। संस्थान के इन सेवाओं की विशेषता यह है कि ये प्रतिष्ठित संस्थानों व विशेषज्ञों के साथ सहभागिता में स्थानीय स्तर तक पहुँचती हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवा जनसामान्य तक सहज रूप में पहुँच पाती है।

Aarogya Health Camps Transform 4,331 Lives Through 23 Compassion-Driven Medical Drives

मार्च से मई 2025 के मध्य, आरोग्य द्वारा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं बिहार में कुल 23 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया, जिनसे 4,331 से अधिक लोग लाभान्वित हुए। इन शिविरों में केवल रोगों की जांच ही नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली, स्वच्छता और स्व-स्वास्थ्य देखभाल की शिक्षा भी दी गई, जिससे जनमानस को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाया गया।

दिल्ली के विशेष स्वास्थ्य शिविर (17 शिविर)

Aarogya Health Camps Transform 4,331 Lives Through 23 Compassion-Driven Medical Drives

दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में आयोजित इन स्वास्थ्य शिविरों में आयुर्वेद, नेत्र चिकित्सा तथा दंत चिकित्सा की सेवाएं प्रदान की गईं।

  • आयुर्वेदिक शिविर (4 मई):

आयुर्वेद एवं यूनानी तिब्बिया कॉलेज एवं अस्पताल, दिल्ली के सहयोग से आयोजित इस नि:शुल्क शिविर में, आगंतुकों को उनकी दोष प्रकृति (वात, पित्त, कफ) की पहचान, नाड़ी परीक्षण, जड़ी-बूटियों के लाभ और व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य का मार्गदर्शन मिला।

इस प्रभावशाली शिविर का नेतृत्व डॉ. मनोज के. शामकुवार, चिकित्सा अधीक्षक एवं पंचकर्म विभागाध्यक्ष, तथा उनकी 9 चिकित्सकों की टीम ने किया। अब यह शिविर हर माह के पहले रविवार को नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा।

  • नेत्र शिविर (मार्चमई):

2012 से निरंतर, डी.जेे.जे.एस. आरोग्य द्वारा एम्स, दिल्ली के डॉ. आर.पी. सेंटर सामुदायिक नेत्र विभाग के साथ मिलकर हर सप्ताह नि:शुल्क नेत्र जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

मार्च से मई 2025 के दौरान आयोजित 10 शिविरों (3, 10, 17, 24 मार्च; 7, 21, 28 अप्रैल; 5, 19, 26 मई) में 1,322 व्यक्तियों को लाभ मिला।
शिविरों में मोतियाबिंद की जांच, एम्स में निःशुल्क ऑपरेशन की व्यवस्था, कमजोर दृष्टि हेतु चश्मे की रियायती दरों पर उपलब्धता तथा नेत्र रोगों के लिए नि:शुल्क औषधियाँ प्रदान की गईं।

  • दंत चिकित्सा शिविर (मार्चमई):

2018 से निरंतर, डी.जेे.जे.एस. आरोग्य द्वारा पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज़ (पी.जी.आई.डी.एस), रोहतक के सहयोग से, दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में निःशुल्क दंत जांच एवं उपचार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

मार्च से मई 2025 की अवधि में कुल 6 शिविर (1 मार्च, 15 मार्च, 5 अप्रैल, 19 अप्रैल, 3 मई, 19 मई) आयोजित किए गए, जिनमें 159 लोगों ने लाभ प्राप्त किया।
हर शिविर में डॉ. विपुल यादव के नेतृत्व में 10 विशेषज्ञों की टीम द्वारा दंत परामर्श, जांच आवश्यक उपचार जैसी सेवाएं प्रदान की गईं।

बिहार के आरोग्य शिविर

  • सहरसा (1–31 मार्च)

सहरसा में आयोजित मासिक आरोग्य शिविर में 800 लोगों ने लाभ प्राप्त किया। इसमें निःशुल्क सामान्य स्वास्थ्य जांच के साथ स्वस्थ जीवनशैली पर जागरूकता भी दी गई।

  • पटना (23–28 अप्रैल)

सप्ताहभर चले इस शिविर में 625 व्यक्तियों को न केवल उपचार, बल्कि दीर्घकालिक स्वास्थ्य देखभाल पर भी मार्गदर्शन प्रदान किया गया।

महाराष्ट्र के विशेष स्वास्थ्य शिविर (अमरावती):

  • लिवर शिविर (16 मार्च):

385 लोगों को लिवर स्वास्थ्य पर जानकारी व उपचार प्रदान किया गया।शिविर में रोगों के लक्षण, बचाव के उपाय और उचित खान-पान के बारे में भी विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने आयुर्वेदिक और आधुनिक उपचार विधियों के समन्वय से स्वास्थ्य सुधार के सुझाव दिए।

  • थायरॉइड शिविर (17 अप्रैल):

550 लाभार्थियों को आहार, व्यायाम व थायरॉइड संतुलन पर जागरूक किया गया। शिविर में थायरॉइड से जुड़ी समस्याओं का समय पर पहचान और नियमित जांच के महत्व पर बल दिया गया।

  • ब्लड शुगर थायरॉइड शिविर (27 अप्रैल):

320 व्यक्तियों को जांच, उपचार व जीवनशैली में सुधार हेतु सलाह दी गई। डायबिटीज़ और थायरॉइड रोगों के नियंत्रण के लिए संतुलित भोजन, नियमित व्यायाम और दवाइयों के समय पर सेवन पर ज़ोर दिया गया।

उत्तर प्रदेश गोरखपुर आयुर्वेदिक शिविर (16 मार्च)

इस शिविर में 72 व्यक्तियों ने लाभ प्राप्त किया। आयुर्वेदाचार्य डॉ. बी.एन. मिश्रा व बी.ए.एम.एस. डॉ. इंद्रजीत शर्मा ने लोगों को आयुर्वेदिक उपचार की प्रभावशीलता व रोगमूल से निवारण के बारे में मार्गदर्शन दिया। शिविर में शारीरिक स्वास्थ्य सुधार के लिए प्राकृतिक औषधियों और जीवनशैली में आवश्यक बदलावों पर भी चर्चा की गई। लाभार्थियों को रोग निवारण के साथ-साथ आयुर्वेद के माध्यम से दीर्घकालिक स्वास्थ्य बनाए रखने के उपाय बताए गए।

एम्स, पी.जी.आई.डी.एस. रोहतक, तथा आयुर्वेद एवं यूनानी तिब्बिया कॉलेज एवं अस्पताल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से, डी.जेे.जे.एस. आरोग्य निरंतर स्वास्थ्य सेवाओं को उन तक पहुँचा रहा है जिन्हें इसकी सर्वाधिक आवश्यकता है। इन शिविरों के आँकड़े महज संख्या नहीं हैं, बल्कि सेवा, करुणा, और समर्पण के जीवंत प्रमाण हैं। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना, समय पर इलाज और निरंतर देखभाल सुनिश्चित करना, हमारे कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है।डी.जेे.जे.एस. आरोग्य अपने प्रयासों से समाज के हर वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुंचाने का संकल्पित प्रयास कर रहा है।

इन स्वास्थ्य शिविरों का उद्देश्य केवल जांच तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संस्थान की यह पहल स्वस्थ भविष्य की ओर एक संकल्पित कदम है।

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