दीपावली के सार अर्थात् बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की जीत को उजागर करते हुए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में 4 नवंबर, 2021 को नूरमहल आश्रम, पंजाब में एक विलक्षण सामाजिक-सांस्कृतिक-आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया। 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' विषय पर आधारित इस कार्यक्रम ने न केवल दिवाली के मूल अर्थ को उजागर किया, बल्कि इसकी वास्तविक भावना को भी पुनर्जीवित किया और लोगों को "वोकल फॉर लोकल" के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से प्राचीन भारत द्वारा मनाए गए दीपोत्सव के पर्यावरण अनुकूल, सामाजिक एकता व् मानव के अध्यात्मिक उत्थान को सुनिश्चित करते पारंपरिक तरीके से समाज को परिचित करना था। एक लाख से भी अधिक दीपों को प्रज्वलित कर संस्थान ने समाज को पर्यावरण अनुकूल उत्सव मानने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। गत वर्षों में दीपावली की सजावट में अत्यधिक प्लास्टिक का प्रयोग होने लगा है इसकी रोकथाम हेतु संस्थान ने पर्यावरण संरक्षण के तीन आर्स – कम करें, पुनःप्रयोग व पुनर्चक्रण के सिद्धांत को आगे रखते हुए पर्यावरण अनुकूल सजावट की गयी।
दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के ब्रह्मज्ञानी शिष्यों द्वारा वेद मंत्र पाठ, दीपवाली की भव्य आरती, मनमोहक भक्ति संगीत कार्यक्रम, दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी विश्वानंद जी और साध्वी गरिमा भारती जी द्वारा ज्ञानवर्धक आध्यात्मिक प्रवचन और निस्वार्थ युवा स्वयंसेवकों द्वारा सांस्कृतिक नृत्य नाटिका – जागो कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे। समय के प्रवाह में दीपावली के साथ कुछ कुप्रथाएं जैसे नशे का सेवन व् पाठकों का जलना आदि जो स्वास्थ्य व् समाज दोनों के लिए ही नुकशानदायक है उनपर प्रहार करते हुए नशा व् प्रदुषण मुक्त दीपावली मनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।
दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी गरिमा भारती जी ने दीपावली के वास्तविक सार को उजागर करते हुए दर्शकों को ब्रह्मज्ञान के शाश्वत विज्ञान से परिचित कराया और अंतर्घट में दिव्य प्रकाश का अनुभव करने हेतु प्रेरित किया। जिससे जीवन में अज्ञानता के अंधकार को दूर किया जा सके।
इस समारोह में पंजाब के गणमान्य व्यक्तियों और पर्यावरण के प्रति उत्साही सहित सभी आयु वर्ग के हजारों लोगों ने भाग लिया व सभी ने इसकी अत्यधिक सराहना की। साथ ही स्थानीय प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा इस पूरे कार्यक्रम को व्यापक रूप से कवर किया गया। विश्व के अन्य सभी डीजेजेएस केंद्रों द्वारा भी समग्र दृष्टिकोण के साथ दीपावली उत्सव के उक्त संदेश को दोहराया गया।
पिछले कुछ वर्षों से, डीजेजेएस 'जागो' अभियान के बैनर तले अपने प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम - संरक्षण और नशा उन्मूलन कार्यक्रम - बोध द्वारा देश भर में प्रदूषण मुक्ति और नशा मुक्ति को बढ़ावा देने के लिए शानदार कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। यह पहल भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोकप्रिय रही है, जो जनता को समृद्ध दीपावली मनाने की दिशा में ले जा रही है।
डीजेजेएस एक गैर लाभकारी सामाजिक-आध्यात्मिक संगठन है जो विश्व स्तर पर सार्वभौमिक भाईचारे और शांति की स्थापना के लिए नौ-आयामी कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से कार्य कर रहा है। जिसमें महिला सशक्तिकरण ,भारतीय गाय की नस्ल सुधार और संरक्षण, आपदा प्रबंधन, शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, नशा उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण, विकलांग और कैदियों का सशक्तिकरण, कॉर्पोरेट क्षेत्र और युवाओं के लिए कार्यशालाएँ शामिल हैं।
इसी प्रकार के नियमित प्रेरणादायक कार्यक्रमों के लिए, DJJS YouTube चैनल - http://www.youtube.com/djjsworld को अभी सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं!