मंथन–SVK शिक्षा को एक ऐसी प्रेरक यात्रा में रूपांतरित करता है, जो जिज्ञासा को प्रज्वलित करती है, करुणा का संवर्धन करती है और आत्मा को ऊँचाइयों तक उठाती है। दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के सान्निध्य में, बच्चे ज्ञान, मूल्य और जीवन के उद्देश्य को आत्मसात करते हुए सजग, संस्कारित और दूरदर्शी नेतृत्व के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।

सितम्बर 2025 में, मंथन-SVK ने अपने देश-विदेश में स्थित DJJS शाखाओं के माध्यम से ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रूप से अनेक प्रेरणादायी सत्रों का आयोजन कर, 7835 विद्यार्थियों लाभान्वित किया । आयोजित कार्यशालाएँ निम्नलिखित रही-
मंथन-SVK द्वारा आयोजित संस्कारशाला सत्रों में, "इंद्रिय निग्रह संस्कारशाला - षष्ठ धर्म लक्षणम्" विषय पर गहन चिंतन किया गया और बच्चों को सिखाया गया कि सच्ची शक्ति अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रखने में निहित है। बच्चों ने आत्म-अनुशासन की कला सीखी, इंद्रियों को गलत कार्यों से रोककर उन्हें सत्कर्मों की ओर निर्देशित किया। ऐसे संस्कारशाला सत्रों के माध्यम से, छात्र चरित्र और आध्यात्मिक विकास की नींव के रूप में आंतरिक नियंत्रण का अभ्यास करना सीखते हैं।

अलंक्रिता कार्यक्रम संस्कृति, चेतना और चरित्र की सुंदरता का उत्सव है। “चौपाल विद गोपाल” के शांत वातावरण में ज्ञान और सरलता का संगम होता है। कथा, मूल्य और चिंतन के माध्यम से बच्चें दिव्य आदर्शों से जुड़ते हैं।
Specialized Unit of Productive Work (SUPW), के अंतर्गत “प्रौद्योगिकी” विषय पर एक व्यावहारिक सत्र आयोजित किया गया। इसमें मंथन ने यह खोज की कि तकनीक को सीखने की प्रक्रिया में किस प्रकार रचनात्मक ढंग से एकीकृत किया जा सकता है। इस गतिविधि ने नवाचार, टीमवर्क और डिजिटल उपकरणों की व्यावहारिक समझ को प्रोत्साहित किया, साथ ही बच्चों में उद्देश्यपूर्ण विकास हेतु आत्मविश्वास और जिज्ञासा का संचार किया।
भारत गौरव गाथा – आओ करें भारत की सैर के अंतर्गत, मंथन ने “ऋषिकेश” की आभासी यात्रा की — जो विश्व की योग राजधानी है। बच्चों ने इसके पवित्र घाटों, शांत गंगातटों और ऋषि-मुनियों की अमर परंपरा से परिचय प्राप्त किया। इस यात्रा ने उन्हें भारत की सांस्कृतिक गहराई, आध्यात्मिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य को अपनाने हेतु प्रेरित किया।
मंथन-SVK निरंतर कौशल विकास कार्यशालाओं के माध्यम से अपने शिक्षकों की क्षमता-वृद्धि पर बल देता है। हाल ही में जेमिनी का उपयोग करते हुए AI टूल्स पर आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला ने प्रतिभागियों को मूल्य-आधारित शिक्षा में प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने की व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान की। इस सत्र ने मंथन SVK के शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र में नवाचार, दक्षता और अनुकूलनशीलता को बढ़ावा दिया।
मंथन SVK के उत्साही परिवेश में आयोजित “जन्मदिवस समारोह” उल्लास और आनंद से से सराबोर रहे। इन आयोजनों ने बच्चों में आपसी सौहार्द, सहयोग और सामूहिकता की भावना को सुदृढ़ किया, जिससे प्रत्येक चेहरा प्रसन्नता से दमक उठा और सहभागिता की भावना और भी प्रगाढ़ हो गई।
मंथन-SVK द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में बच्चों के समग्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को निरंतर प्रोत्साहित किया । इन पहल के माध्यम से आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण, जन-जागरूकता सत्र एवं निवारक देखभाल उपलब्ध कराई जाती है, जिससे बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली का विकास होता है। इन कार्यक्रमों के द्वारा मंथन-SVK अपने इस संकल्प को दृढ़ करता है कि शिक्षा केवल बौद्धिक नहीं, बल्कि शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास का माध्यम भी होनी चाहिए।
