प्रकृति माँ, हमारे जीवन के आरंभ से अंत तक हमारा पालन-पोषण करती है I किन्तु मानव ने अपने लालची प्रवृत्ति के चलते उनका अंधाधुंध दोहन किया है और आज भी कर रहा है I यही कारण है कि आज हमें ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है I इसलिए जरूरी है कि हम सभी मानवीय मूल्यों और पर्यावरण में होते ह्रास को रोकने तथा पृथ्वी और यहाँ उपस्थित जीवन के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक साथ कदम बढ़ाएं I पृथ्वी के जीवनदायी स्वरुप को बनाये रखने की ज़िम्मेदारी को निभाते हुए 6 मई 2019 को पटेल नगर, मंथन- संपूर्ण विकास केंद्र में बड़े स्तर पर पृथ्वी दिवस समारोह का आयोजन किया गयाI
कार्यक्रम में बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें उससे संबंधित अनेक गतिविधियों में शामिल किया गया I बच्चों ने प्रकृति संरक्षण से सम्बंधित नृत्य के माध्यम से सभी को यह समझाने का प्रयास किया कि मानवीय हस्तक्षेप से वातावरण दूषित होता जा रहा है, कहीं फक्ट्रियों का गंदा जल नदियों में प्रवाहित किया जा रहा है तो कहीं गाड़ियों से निकलता धुंआ हवा में ज़हर घोल रहा है, भू-जल स्तर कम हो गया है I इन सब के कारण पृथ्वी प्रलयकारी सुनामी, भूकंप, बाढ़, सूखा, ग्लोबल वार्मिंग जैसी विनाशलीला दिखा रही है I यदि हम अब भी सचेत नहीं हुए तो वह दिन दूर नहीं जब पृथ्वी भी अन्य ग्रहों की भांति सामान्य ग्रह बन कर रह जायेगा I परंतु यह किसी एक व्यक्ति, संस्था, या समाज की चिंता का विषय नहीं है, अपितु सभी को इसमें कुछ न कुछ आहुति देनी होगी I हर एक व्यक्ति अपने छोटे-छोटे प्रयासों से अपनी धरती को बचा सकता है जैसे पोलीथिन के प्रयोग को रोकना, रिसाईकल प्रक्रिया को बढ़ावा देना, अपने हर जन्मदिवस पर एक पौधा लगाना, आदि I
अंत में बच्चों ने पौधों को लगाकर, पृथ्वी को बचाने का संकल्प करते हुए प्रण लिया कि वे ऐसी दुनिया का निर्माण करेंगे जिसकी हवा, पानी प्रदूषणमुक्त होगा, समाज स्वस्थ और खुशहाल होगा, मिट्टी बीमारियाँ नहीं सोना उगलेगी और धरती पुनः स्वर्ग बन जाएगी I ऐसे भावों के साथ दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक सर्व श्री आशुतोष महाराज जी को नमन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया I कार्यक्रम को सभी के द्वारा सराहा गया I