दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के नशा उन्मूलन प्रकल्प- बोध व पर्यावरण संरक्षण प्रकल्प- संरक्षण के अंतर्गत नशा व प्रदूषण मुक्त दीपावली हेतु समर्पित सालाना चलाये जाने वाली ‘जागो’ मूहीम को आगे बढ़ते हुये इस वर्ष भी संस्थान ने देश भर मे पूरे एक माह तक विशेष जागरूकता अभियान चलाया|
बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक दीपावली, भारत वर्ष मे सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों मे से एक है| यह उत्सव एक- दो दिन एवं कुछ प्रतानों तक सीमित नहीं अपितु यह कई दिनों तक मनाया जाता है और न केवल देश मे अपितु विदेशों मे भी ज़ोर शोर से लोग इससे मानते हैं| लोग अपना धन, सामाग्री, समय, व पूरी भावना से इससे मानते हैं| परंतु विडम्बना है कि समय के प्रवाह मे इस दिव्य त्योहार के साथ कुछ ऐसी निंदनीय गतिविधियां जुड़ गयी है जो मनोरंजन और उत्सव के नाम पर इस पर्व के अर्थ को ही पीछे छोड़ देती है/ झुठला देती है| अत्यधिक मात्रा मे मनोरंजन के नाम पर फूके जाने वाले पटाखे वातावर्ण को विषैली गेसों व शोर से प्रदूषित करते हैं और असंख्य सांस- प्रसवान्स कि बीमारियों को जन्म देते हैं; यही नहीं दीपावली के दिन आयोजित पार्टियों मे अत्यधिक शराब आदि नशीले पदार्थों के सेवन कि परंपरा न केवल घरों मे कलह कलेश अपितु महिला शोषण व उत्पीड़न एवं सड़क दुर्घटनाओं मे हुयी मृत्यु कि वारदातों को भी जन्म देती है| इन सबके चलते दीपों का यह दिव्य त्योहार नाम भर के लिए रह जाता है और इन विक्षिप्त परंपरों से प्रभावित लोगों का जीवन प्रकाशित होने कि बजाए अंधकार मे डूब जाता है|
उत्सव के इस विभस्र स्वरूप को देखते हुये संस्थान ने मानव समाज को दीपावली के साथ जुड़े गूढ आध्यात्मिक व सामाजिक संदेशों को समझने व इन विक्षिप्त गतिविधियों से मुक्त करने हेतु लगभग एक दशक पूर्व अपनी जागो नमक मूहीम कि नीव रखी| इस मूहीम के तहत गत वर्षों मे विविध जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान ने सैंकडों लोगों को प्रदूषण व नशा मुक्त दीपावली मनाने के लिए प्रोत्साहित किया है|
इसी उदेश्य से इस वर्ष भी संस्थान ने देशभर मे विभिन्न जागरूकता गतिविधियों जैसे नुकड़ नाटक, जागरूकता रैली, कार्यशालाएँ व काउंटर लगा जन सामान्य को साफ, स्वच्छ व स्वस्थ दीपवाली मनाने के लिए जागरूक किया| देश भर मे विस्तृत संस्थान कि विविध शाखाओं द्वारा कि गयी गतिविधियों का ब्यौरा कुछ इस प्रकार हैं: