‘जागो’ संस्थान का एक महीने भर चलने वाला एक अभियान है जो लोगों के बीच हर साल दीपावली को प्रदूषण रहित व नशा रहित मनाने के संदेश को पहुंचाता है।
दीपावली न केवल भारत भर में अपितु यह त्यौहार विश्व स्तर पर भी अनेकों राष्ट्रो मे बड़े स्तर पर मनाया जाता है। निश्चित रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत के अपने संदेश के कारण, दीपावली को "प्रकाशोत्सव" का भी नाम दिया गया है जो शरद ऋतु के मौसम में लगातार चार दिनों तक मनाया जाता है।
लेकिन गत कई वर्षों से अनेकों अवधारणाओ के कारण इस पवित्र त्योहार को मनाने के अनेकों विकृत तरीके समाज मे प्रचलित हो चुके है। जैसे दीपावली के अवसर पर शराब का सेवन करना, जुआ खेलना, पटाखे फोड़ना, लड़ियाँ लगाना अथवा सबसे अच्छे दिवाली ऑनलाइन ऑफरस का लाभ उठाना आदि।
इसलिए, समाज के एक जिम्मेदार अंग के रूप में, यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है की इस त्योहार के प्रति जन्मे इस कुत्सित और घातक सोच, दृष्टिकोण एवं आदतों मे सुधार लाया जाये। इसी हेतु दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के दिशा निर्देशन मे संस्थान के दो प्रकल्पों; बोध – नशा उन्मूलन कार्यक्रम व संरक्षण - प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत सैंकड़ों अद्वितीय गतिविधियों के माध्यम से लोगो को जागरूक किया जाता है।
इसके साथ ही, पिछले कई वर्षो से संगठन ने इस त्यौहार से जुड़ी विसंगतियों को उसके न्यूनतम स्तर तक पहुंचाने में भी अपनी कड़ी भूमिका निभाता आ रहा है। अनेकों गतिविधियों और क्रियाओ के माध्यम से जैसे “स्वस्थ पृथ्वी के नशा मुक्त फेफड़े” पर रंगोली बनाना आदि से लोगो को बड़े स्तर पर जागरूक किया जाता है।
इस साल भी भारत के विभिन्न राज्यों में इस संदेश को लेते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए है। प्रदर्शनियों और अनेकों टेबल गतिविधियों की मदद से दैनिक जीवन के विभिन्न मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम स्थलो के आस पास के सभी क्षेत्रों व लोगों ने संगठन के समर्पित प्रयासों की सराहना की है। यहां अभियान के तहत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की फोटो आप नीचे देख सकते है।