राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के शब्दों में – “स्वदेश की भावना हमें सेवा करना सिखाती है। स्वदेशी की इस भावना को और भी प्रगाढ़ करने के लिए देश भर में एक स्वदेशी मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें देश में बने उत्पादों को बढ़ावा दिया जाता है और स्थानीय कारीगरों और देश की संस्कृति को प्रोत्साहित किया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दिल्ली के केशव पुरम विभाग के स्वदेशी जागरण मंच ने 12 और 13 अक्टूबर 2019 को रामलीला मैदान, त्रिनगर, दिल्ली में स्वदेशी मेला का आयोजन किया जिसमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सामाजिक प्रकल्प मंथन- संपूर्ण विकास केंद्र (SVK) को भी आमंत्रित किया गया। इस कार्यक्रम में मंथन के रिठाला, बादली और शकूरपुर केंद्र के 21 छात्रों और 8 स्वयंसेवकों ने भाग लिया तथा वहां मंथन का प्रमोशनल स्टाल भी लगाया ।
बच्चों ने अपने अद्भुत प्रदर्शनों से सभी को चकित कर दिया। किसी ने चित्रकारी में अपने हाथों की जादूगरी दिखाई तो किसी ने संगीत के स्वरों को छेड़ते हुए गायन किया। मंथन के रिठाला केंद्र के छात्रों भारतीय संस्कृति को बढ़ाते हुए एक संस्कृत गीत " मृदपि चन्दनं " का गायन किया I तत्पश्चात गाँधी जी 150वीं वर्षगांठ पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया I जिसमें मंथन के बादली और शकूरपुर केंद्र के 16 छात्रों ने चित्रकारी प्रतियोगिता में भाग लिया I इस प्रतिगोगिता में शकूरपुर केंद्र की छात्रा बंटी कुमारी को द्वितीय पुरस्कार दिया गया और अन्य छात्रों को सांत्वना पुरस्कार मिला। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों को स्वदेशी जागरण मंच द्वारा सर्टिफिकेट वितरित किये गए I कार्यक्रम में उपस्थित सभी बच्चों ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया । मंथन के बच्चों की प्रतिभाएं देख सभी उपस्थित जन मंत्रमुग्ध हो गये एवं मंथन के प्रयासों की भरपूर सरहना की।