8 जनवरी को संस्थान की पंजाब, नूरमहल शाखा ने मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम किया| विशेषकर महिला अनुयायियों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं को उनकी आंतरिक शक्ति की जानकारी प्रदान की। एक पवित्र उद्देश्य के लिए समर्पित महिलाएं ही दुनिया को नई दिशा की ओर बढ़ा सकती हैं| ब्रह्मज्ञान से सशक्त हो चुकी महिलाएं ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन की लहर ला सकती हैं| जो सब प्रकार की चुनौतियों, कठिनाइयों को जीवन भर सहासिकता से झेलकर अपनी छिपी क्षमताओं को उजागर करती हैं| श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में आज दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा महिलाओं के उत्थान का कार्य जारी है। जिसके तहत, इस मासिक कार्यक्रम से महिला साधकों में नि:स्वार्थ सेवा, ध्यान, मजबूत चरित्र, अथाह विश्वास और समर्पण जैसे मूल्यों को रोपित किया गया| साध्वी तपस्विनी भारती जी और साध्वी श्रेया भारती जी ने महिला साधकों को बहुत से ऐतिहासिक और वर्तमान उदाहरणों का हवाला देते हुए लक्ष्य उन्मुख उत्साह पैदा कर एक नए युग की दिशा में आगे बढ़ने को प्रेरित किया| आज तक समूचे विश्व के आगे भारत ने महिला प्रधानमंत्री, अंतरिक्षयात्री और विभिन्न क्षेत्रों में सम्मानजनक और उल्लेखनीय स्थानों पर महिलाओं के वर्चस्व का इतिहास रखा है| भक्ति के क्षेत्र में भी महिला भक्तों का उल्लेख मिलता है| पूर्ण सतगुरु श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में आज भी अनेकों महिलाएं भक्ति पथ पर दृढ़तापूर्वक चलकर नव निर्माण में संलग्न हैं|

