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धैर्य एवं दृढ संकल्प द्वारा असंभव भी संभव हो जाता है।

“Naval Bhor Samaroh 2.0” Heralded the Dawn of a Peaceful Spiritual Era at Nurmahal, Punjab

दृढ़ संकल्प शक्ति मनुष्य में एक महत्वपूर्ण वृति है। व्यावहारिक दृष्टिकोण से, यह एक व्यक्ति की मन: स्थिति है जो अंततः किसी वस्तु के लिए उसके झुकाव अथवा प्रस्तावना को निर्धारित करती है। हमारा मानस पटल जीवन की प्राथमिकताओं के निर्धारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। हमारी धारणा में एक सकारात्मक बदलाव, कठिन एवं प्रतिकूल परिस्थितियों को भी सुगम एवं शान्तिप्रद करता है। जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण केवल आध्यात्मिकता द्वारा ही संभव है।

शांति के दिव्य सन्देश एवं भक्त पिपासुओं को आध्यात्म के मार्ग पर गतिमान करने के पावन उद्देश्य से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 24 नवंबर, 2019 को नूरमहल, पंजाब में "नवल भोर समारोह  2.0" नामक विलक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें अनेक भक्त श्रद्धालुगण सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का शुभारम्भ ब्रह्मज्ञानी वेद पाठियों ने वेद मन्त्रों के उच्चारण से किया, जिसने सम्पूर्ण वातावरण में सकारात्मक तरंगों का संचार किया। कार्यक्रम की विषयवस्तु पर आधारित मंच सज्जा आकर्षण का केंद्र रही।

“Naval Bhor Samaroh 2.0” Heralded the Dawn of a Peaceful Spiritual Era at Nurmahal, Punjab

गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में, दृढ़ संकल्प शक्ति के महत्त्व को समझाया गया। प्रेरणादायी एवं ओजस्वी विचारों के साथ-साथ मधुर भजन संगीत ने कार्यक्रम को नए आयाम प्रदान किये। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य एवं शिष्याओं ने प्रवचनों के माध्यम से भक्त श्रद्धालुगणों को अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्पित होने का सन्देश दिया। उन्होंने समझाया कि आध्यात्मिक क्रांति से ही विश्व में शांति एवं सद्भावना स्थापित की जा सकती है। कार्यक्रम में निम्मलिखित गणमान्य अतिथिगण भी सम्मिलित हुए:

  1. श्री जय राम ठाकुर- मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश
  2. श्री अनुराग ठाकुर- MOS, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों
  3. श्री सोम प्रकाश- वाणिज्य और उद्योग, राज्य मंत्री
  4. महारानी प्रीणीत कौर- पूर्व विदेश राज्य मंत्री, भारत सरकार, वर्तमान संसद सदस्य, पटियाला
  5. श्री साधु सिंह धरमसोत- कैबिनेट मंत्री
  6. श्री पवन राणा- संगठन मंत्री, हिमाचल प्रदेश (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ)
  7. श्री संतोख चौधरी, संसद सदस्य, जालंधर (पंजाब)
  8. श्री अश्वनी शर्मा – पूर्व अध्यक्ष, भाजपा (पंजाब)
  9. श्री तीक्षण सूद- पूर्व अध्यक्ष (पंजाब)
  10. श्री विजय संपला- पूर्व राज्य मंत्री, भारत सरकार
  11. श्री हरदयाल सिंह कम्बोज- विधायक, राजपुरा (पंजाब)
  12. श्री मदन लाल जलालपुर- विधायक, घनौर (पंजाब)
  13. श्री राजिंदर सिंह- विधायक, समाना (पंजाब)
  14. श्री राकेश राठौर- उपाध्यक्ष, भाजपा (पंजाब)
  15. श्री सुनील ज्योति- पूर्व महापौर, जालंधर (पंजाब)
  16. श्रीमती संतोष चौधरी – पूर्व राज्य मंत्री, भारत सरकार
  17. श्री संजय तलवाड़- विधायक, लुधियाना (पंजाब)
  18. श्री महिंदर सिंह केपी- पूर्व कैबिनेट मंत्री (पंजाब)
  19. श्री अरुण नारंग- विधायक, अबोहर (पंजाब)
  20. श्री हरजोत कमल सिंह- विधायक, मोगा (पंजाब)
  21. श्री पुरषोत्तम पासी- अध्यक्ष, भाजपा, कपूरथला (पंजाब)
  22. श्री राजेश हनी- प्रवक्ता, भाजपा (पंजाब)
  23. श्री विकास शर्मा- राज्य सचिव, भारतीय जनता युवा मोर्चा (पंजाब)
  24. श्री नरोत्तम देव रत्ती जी- पूर्व अध्यक्ष, व्यापार मंडल (पंजाब)
  25. श्री दर्शन कुमार जी-  MD, T-Series
  26. श्री सुदेश लहरी- बॉलीवुड अभिनेता और हास्य कलाकार  
  27. श्री मनीष तिवारी- पूर्व केंद्र राज्य मंत्री, वर्तमान संसद सदस्य, आनंदपुर साहिब (पंजाब)
  28. श्री राणा गुरजीत सिंह- पूर्व कैबिनेट मंत्री (पंजाब)
  29. श्री अरुण खोसला- मेयर फगवाड़ा (पंजाब)
  30. श्री नरेश कटारिया- पूर्व विधायक, जीरा (पंजाब)
  31. श्री मोहिंदर भगत जी- उपाध्यक्ष, भाजपा (पंजाब) 
  32. श्री सरबजीत सिंह मक्कड़- पूर्व संसद सदस्य, जालंधर (पंजाब)
  33. श्री इकबाल सिंह ढिल्लों- अकाली दल बादल, बठिंडा शहर (पंजाब)
  34. श्री प्रेम अरोड़ा- अकाली दल बादल, प्रभारी, मानसा (पंजाब)
  35. श्री हरमिंदर कोहली- जिला अध्यक्ष, भाजपा, पटियाला (पंजाब)
  36. श्री महंत गुरशरण दास जी- बठिंडा (पंजाब)
  37. श्री जंगी लाल महाजन- भाजपा नेता, मुकेरियां (पंजाब)
  38. श्री नरिंदर सिंह- अध्यक्ष, Bar Association, जालंधर (पंजाब)
  39. श्री हरीश सिंगला- राज्य अध्यक्ष, शिव सेना (पंजाब)
  40. श्री हरविंदर सिंह लद्दी- प्रभारी, कांग्रेस देहाती, बठिंडा (पंजाब)
  41. श्री परवीन कंडा - SP Vigilance, जालंधर (पंजाब)
  42. कप्तान हरमिंदर सिंह- अध्यक्ष, कांग्रेस, ग्रामीण जालंधर (पंजाब)
  43. श्री विनीत खान- प्रसिद्द पंजाबी गायक
  44. श्री सुभाष लाकड़ा MD, S.K. Bikes, लुधियाना (पंजाब)
  45. श्री रमेश शर्मा जी- पूर्व जिला अध्यक्ष, भाजपा जालंधर (पंजाब)
  46. श्री देव प्रिय त्यागी जी- MD, Rights way, IELTS Center, मोगा (पंजाब)
  47. श्री राजिंदर पाल सिंह राणा रंधावा- अध्यक्ष इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट, करतारपुर (पंजाब)
  48. श्री सनी शर्मा, प्रान्त अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा (पंजाब)
  49. श्री बाल कृष्ण मित्तल, जिला भाजपा अध्यक्ष, गुरदासपुर (पंजाब)
  50. श्री देविंदर बजाज, जिला भाजपा अध्यक्ष, फिरोज़पुर (पंजाब)
  51. श्री रमन पब्बी, भाजपा जिला अध्यक्ष, जालंधर (पंजाब)
  52. श्री गुरमीत सिंह  (लेखक, कोरियोग्राफर, पंजाबी फिल्म उद्योग)
  53. श्री पंकज जोशी, निजी सहायक (सनी देओल, सांसद गुरदासपुर)
  54. श्री रजनीश धीमान, उपाध्यक्ष भाजपा, लुधियाना (पंजाब)
  55. श्री मदन बस्सी, MD, सूरज उद्योग, लुधियाना (पंजाब)
  56. श्री पृथी बस्सी, मून लाइट ऑटो प्रा० लि०, लुधियाना (पंजाब)
  57. श्री एम. एल. बांसल, MD, बायोमेक्स्टर, लुधियाना (पंजाब) 

अथक प्रयासों के अभाव में सफलता की कामना एक कोरी कल्पना के समान है।  दृढ संकल्प शक्ति के साथ किये गए प्रयास से ही सफलता को सुनिश्चित किया जा सकता है। तथापि गुरु की आज्ञाओं का पालन कर मन को पल प्रतिपल चुनौती देना कोई आसान कार्य नहीं हैं, केवल दृढ़ संकल्पित शिष्य ही गुरु कृपा द्वारा यह संभव कर पाते हैं। बिना प्रेम एवं गुरु चरणों में समर्पण के मानव ह्रदय का रूपांतरण असंभव है। आध्यात्मिकता के शिखर को छूने के लिए यह नितांत आवश्यक है कि मनुष्य दृढ़ संकल्प को धारण कर भक्ति के इस जटिल मार्ग पर निर्बाध गति से बढ़ता रहे। हमें यह सदैव स्मरण रहना चाहिए कि प्रार्थना हमें स्वर्ग तक पंहुचा सकती है किन्तु उसका द्वार केवल विश्वास द्वारा ही खोला जा सकता है। 

एक पूर्ण सतगुरु सामान्य जन से भी असाधारण कार्य कराने का सामर्थ्य रखते हैं। गुरु अपने शिष्य को न केवल दिशा प्रदान करते हैं अपितु प्रत्येक कदम पर उन्हें अपना दिव्य मार्गदर्शन एवं विवेक प्रदान कर उसका निर्माण भी करते हैं। वह सदैव ही अपने शिष्यों को भक्ति के पथ पर अग्रसर करते हैं जिस पर चलकर ही शिष्य अपने जीवन के परम लक्ष्य परमात्मा को प्राप्त कर कर सकते हैं। किन्तु, एक शिष्य के लिए भी यह परमावश्यक है कि वह अपने गुरु द्वारा दी गई आज्ञाओं एवं उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए स्वयं को शुद्धता की आंच पर तपा कर मन की सभी मलिनताओं को मिटा, कुंदन के मानिंद दमके।

सामूहिक ध्यान साधना के द्वारा इस विलक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रेम, समर्पण एवं दृढ़ संकल्प शक्ति की भावना से ओतप्रोत श्रद्धालुओं ने विश्व शान्ति के महान लक्ष्य में अपना सहयोग एवं योगदान सुनिश्चित करने का वचन लिया।

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