किसी भी देश का विकास उस देश के लोगों की कौशल क्षमता पर निर्भर करता है l इसीलिए हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी देशवासियों को अपनी कौशल क्षमता बढ़ाये के लिए सदैव प्रेरित करते रहते है l इक्कीसवीं शताब्दी को महिला शताब्दी घोषित किया गया है। इसलिए महिलाओं को शिक्षित, समर्थ, स्वावलंबी, कुशल एवं प्रगतिशील होना भी अनिवार्य है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) के सामाजिक प्रकल्प मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र देश के आभावग्रस्त वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ स्याही प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से महिलाओं को भी शिक्षित कर रहा है जिसमें उन्हें अक्षर ज्ञान के साथ तकनीकी शिक्षा भी प्रदान की जाती है l शिक्षा प्रदान करने के साथ ही देश की आधी आबादी नारी को भी आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाने हेतु मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा पिछले 6 वर्षों से प्रशिक्षण- सिलाई केंद्र प्रकल्प चलाया जा रहा है l जिसमे महिलाओं को सिलाई सिखाई जाती है जिससे उन्हें भविष्य में रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकें l प्रशिक्षण- सिलाई केंद्र के माध्यम से 350 से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो आत्मनिर्भर बन चुकी है l
इसी श्रृंखला में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) की गुरूग्राम, हरियाणा शाखा में 10 दिसंबर 2021 से 20 दिसंबर 2021 तक 10 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 18 महिलाओं ने नामांकन करवाया तथा उत्साहपूर्वक शिविर में भाग लिया l इस शिविर में महिलाओं को घरेलू वस्तुओं से उपयोगी सामान बनाना जैसे मास्क, स्लिंग बैग, मोबाइल पाउच, साड़ी के कवर इत्यादि बनाना सिखाया गया। 21 दिसंबर को इस शिविर का समापन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सभी नामांकित महिलाओं ने अपनी बनाई गई वस्तुओं को सभी के सामने प्रदर्शित किया l कार्यक्रम में शिविर में सफलतापूर्वक भाग लेने वाली सभी लाभार्थियों को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) की प्रचारक एवं मंथन प्रकल्प की संयोजिका साध्वी दीपा भारती जी, गुरुग्राम शाखा की संयोजिका साध्वी मृदुला भारती जी एवं प्रचारिका साध्वी महायोगा भारती जी द्वारा प्रमाणपत्र भी दिए गए तथा सभी महिलाओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी I
अंत में इस अवसर पर इस लाभार्थियों ने अपने अनुभव भी साँझा किये जिसमें उन्होंने स्वयं के जीवन में होने वाले सकारात्मक बदलावों को उजागर करते हुए बताया कि किस प्रकार वे इस अभियान से जुड़कर पूरे आत्मविश्वास के साथ न केवल घर में अपितु समाज में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाने में सक्षम हुई हैं।