"राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद है”।- शहीद भगत सिंह
आज समाज को इसी भाव की आवश्यकता है। समय के पूर्ण सतगुरु ब्रह्मज्ञान द्वारा आज के दौर में व्याप्त अनिश्चितताओं, अविश्वास और भौतिकता को दूर कर मनुष्य को वास्तविक मूल्यों, विश्वास और आत्मा की सत्यता से परिचित करवा सकते हैं। सम्पूर्ण आध्यात्मिक क्रांति सतगुरु के श्री चरणों में पूर्ण समपर्ण द्वारा ही संभव है। गुरु अपने समर्पित शिष्य को अतुलनीय प्रेम से पोषित कर उसके भीतर निहित सभी बुराइयों को समाप्त कर तथा उसे करुणा से भर एक शांत समाज की नींव रखते हैं।
सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में 19 अगस्त, 2018 को शाहकोट, पंजाब में संस्थान प्रचारकों द्वारा संगीतमय आध्यात्मिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। साध्वी सुमेधा भारती जी ने श्रोताओं के समक्ष विचार रखते हुए कहा की जागृति के सर्वोच्च ज्ञान द्वारा आत्मा से एकाकार व साक्षात्कार करना ही वास्तविक अर्थों में “सम्पूर्ण क्रांति” है।
साध्वी जी ने बताया कि जहां एक ओर मात्र भौतिकता से हमारी ऊर्जा का क्षय हमें बलहीन बना देता है तो वहीँ दूसरी ओर भगवान के प्रति हमारी भक्ति से हमारे भीतर नई शक्ति और ऊर्जा का पुनरुत्थान होता है। कार्यक्रम द्वारा स्पष्ट रूप से संदेश दिया गया कि ब्रह्मज्ञान ही सार्वभौमिक चेतना से जुड़ने की तकनीक है। वर्तमान में पूर्ण सतगुरु श्री आशुतोष महाराज जी यह तकनीक सभी को प्रदान कर रहे हैं।
आयोजन में संस्थान की विभिन्न गतिविधियों से परिचित करवाया गया। इस कार्यक्रम द्वारा जिज्ञासुओं को नकारात्मक विचारों के दलदल से मुक्त हो आध्यात्मिक आनंद का दिव्य मार्ग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के समाप्त होने पर भी उपस्थित लोगों ने स्वयं को ऐसी दिव्य चेतना से ओतप्रोत पाया जो समय के साथ धूमिल नहीं होती।