मंथन सम्पूर्ण विकास केन्द्र शिक्षा को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न मानकर, उसे मन के जागरण, हृदय के परिष्कार और आत्मा के उत्थान की एक जीवंत यात्रा के रूप में प्रस्तुत करता है। दिव्या गुरु श्री अशुतोष महाराज जी की दिव्य प्रेरणा से संचालित यह अभिनव पहल, शिक्षा को ऐसी अनुभूति में रूपांतरित कर रही है जहाँ ज्ञान के साथ मूल्य चलते हैं और बुद्धि करुणा के संग कदम बढ़ाती है। यहाँ कक्षाएँ केवल अध्ययन का स्थल न रहकर, जीवन निर्माण के प्रांगण बनती हैं—जहाँ बच्चे संस्कृति में रचे-बसे, सहानुभूति से प्रेरित और उद्देश्य से सम्पन्न भावी नेता बनते हैं।

जुलाई 2025 में मंथन ने देशभर के दिव्या ज्योति जाग्रति संसथान के शाखा केन्द्रों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन सत्रों के माध्यम से 2356 से अधिक विद्यार्थियों तक पहुँच बनाते हुए सार्थक प्रभाव डाला। इन कार्यशालाओं और आयोजनों के प्रमुख आयाम इस प्रकार रहे—
- गुरु पूर्णिमा महोत्सव – श्रद्धा और आनंद के साथ बच्चों ने प्रार्थनाएँ, भजन और कृतज्ञता के भाव दिव्य गुरु को अर्पित किए। यह पावन अवसर पूज्य श्री अशुतोष महाराज जी की अनुकम्पा का स्मरण बन गया, जो साधकों को सदैव धर्म और विवेक के पथ पर आलोकित करते हैं।
- संस्कारशाला – अस्तेय धर्म लक्षणम् – समर्पित मंथन कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित इस सत्र में बच्चों को सिखाया गया कि चोरी केवल वस्तु लेने तक सीमित नहीं है, वरन् विचारों की नकल, समय का अपव्यय या प्रकृति की देन का दुरुपयोग भी ‘अस्तेय’ के विपरीत है। कृतज्ञता, निष्पक्षता और सम्मान के अभ्यास से वे सजग और उत्तरदायी नागरिक बनते हैं।
- अलंकृता श्रृंखला – Yum & Hum – कठोपनिषद् के नचिकेता और यमराज जी के संवाद से प्रेरित इस कार्यशाला में बच्चों को जिज्ञासा और साहस के साथ प्रश्न पूछने, खोजने और सत्य की ओर बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया गया ।
- नींव एलुमनाई कार्यशाला – श्रीमती रत्ना पंत जी के मार्गदर्शन में मंथनाइट्स को करियर काउंसलिंग प्रदान की गई। इस प्रेरक संवाद ने बच्चों को स्पष्टता, आत्मविश्वास और व्यावहारिक सुझाव दिए ताकि वे अपनी रूचि को उद्देश्य से जोड़कर उसी में अपना भविष्य रच सकें।
- SUPW – रक्षाबंधन एवं पर्यावरण चेतना – विद्यार्थियों ने ‘रीसाइक्लिंग और अपसाइक्लिंग’ थीम पर सृजनात्मक राखियाँ बनाईं। इस पहल ने त्यौहार की उमंग को पर्यावरणीय चेतना से जोड़ा और बच्चों को परम्पराओं एवं पर्वों के विषय में भी बतया गया।
- भारत गौरव गाथा – आओ करें भारत की सैर – इस माह विद्यार्थियों ने जगन्नाथ पुरी की विरासत का वर्चुअल भ्रमण किया। मंदिर की स्थापत्य कला, ऐतिहासिक महत्त्व और सांस्कृतिक परंपराओं से परिचित होकर बच्चों ने भारत की गौरवशाली धरोहर को और गहराई से जाना।
- पुस्तक एवं वर्दी वितरण – मंथन SVK ने शिक्षा के अधिकार को साकार करते हुए वंचित बच्चों को आवश्यक पुस्तकें और वर्दियाँ उपलब्ध कराईं।
- अभिभावक-शिक्षक बैठकें (PTMs) – नियमित समीक्षा और संवाद के माध्यम से प्रत्येक बच्चे की समग्र प्रगति को सुदृढ़ किया गया।
- जन्मदिन समारोह – मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र के स्कूलों में स्पोंसोर्स द्वारा अपने विशेष दिवसों को भी मनाया जाता है, इस माह ऐसे ही एक स्पोंसर ने बच्चों के साथ अपने जन्मदिवस को मनाया। हँसी-खुशी के इन पलों से बच्चों में अपनत्व और सामूहिकता का भाव जागृत हुआ।
- वार्षिक निरीक्षण– दिल्ली मुख्यालय टीम ने केन्द्रों का वार्षिक दौरा कर शैक्षिक प्रगति की समीक्षा की तथा शिक्षकों से भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया। साथ ही द्वारका (दिल्ली) एवं श्रावस्ती (उ.प्र.) स्थित मंथन सम्पूर्ण विकास केन्द्रों ने भारत दर्शन पार्क, इंडिया गेट और एयरपोर्ट म्यूज़ियम का भ्रमण कराते हुए बच्चों को कक्षा से बाहर भी बहुमूल्य अनुभव दिए।
