दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के महिला सशक्तिकरण व लिंग समानता प्रकल्प ‘संतुलन’ के अंतर्गत 30 मार्च, 2024 को नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में भव्य महिला सम्मलेन का आयोजन किया गया, जिसमें ‘तू है शक्ति’ अभियान के दूसरे चरण का पोस्टर लोकार्पण कर शुभारम्भ किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित इस विशेष इस समारोह में दिल्ली एन.सी.आर. की विख्यात महिला अधिकारियों के साथ पैनल में संवाद किया गया; संघर्षों को चुनौती देने वाली 18 आईकोनिक महिलाओं को ‘संतुलन स्वाभिमानी नारी सम्मान’ से सम्मानित किया गया; तथा, सम्मलेन में उपस्थित 250 महिला चेंजमेकरों ने ‘तू है शक्ति 2.0 अभियान’ के मेंबर बन दिल्ली की नारी विरोधक पटकथा को आत्मिक जाग्रति द्वारा बदल कर नारी उद्धार का संकल्प लिया।
तीन घंटे की अवधि वाले इस विलक्षण कार्यक्रम में नारीत्व की आधुनिक चुनौतियों और मुद्दों पर एक पैनल चर्चा हुई। विभिन्न क्षेत्रों की विख्यात महिलाएँ जो समाज परिवर्तन की दिशा में कार्य कर रही हैं, ने अपने-अपने दृष्टिकोण को समक्ष रखा और निष्कर्ष निकाला कि कुछ लोगों के प्रयासों से परिवर्तन नहीं आ सकता है। पैनलिस्ट की सूची में डॉ. संगीता पाठक [एसोसिएट डायरेक्टर और हेड - ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन - मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, साकेत], एडवोकेट रेखा अग्रवाल [भारत के सर्वोच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में स्वतंत्र लॉ प्रैक्टिस प्रोफेशनल], कैप्टन डॉ. सुनैना सिंह [एस.एस.बी मेंटर; पूर्व सेना अधिकारी, राष्ट्रीय खिलाड़ी और एजुकेशनिस्ट], सुश्री राजेश्वरी त्यागराजन [समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता; संस्थापक - त्यागराज संगीत और नृत्य केंद्र, नोएडा], सुश्री शीतल शर्मा [एथलिट; अंतर्राष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी], सुश्री ज्योत्सना कपूर [उप निदेशक, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, विद्युत मंत्रालय], डॉ. सुनीता सक्सेना [वैज्ञानिक और निदेशक, पैथोलॉजी संस्थान, नई दिल्ली], सुश्री तपस्या शादान [प्रख्यात समाचार एंकर; ऑल इंडिया रेडियो में पूर्व रेडियो जॉकी] और साध्वी दीपिका भारती [वैश्विक प्रमुख - डी.जे.जे.एस. संतुलन; पूर्व फैशन डिजाइनर; विश्व विख्यात राम कथा व्यास] उपस्थित रही। साथ ही, लेडी सिंघम के नाम से विख्यात पुलिस ऑफिसर सुश्री किरन सेठी, पूर्व ब्यूरोक्रेट ऑफिसर एवं UPSC कोच डॉ तनु जैन व फोर्टिस अस्पताल में डायरेक्टर नेफ्रोलॉजी डॉ सुमन लता नायक ने भी उपस्थित रहकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इनके अतिरिक्त सभागार में कई महिला डॉक्टर, महिला वकील, महिला वैज्ञानिक, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, लेखिकाएं, नृत्य कलाकार, प्रोफेस्सर व विख्यात स्कूलों की प्रध्यापिकाएं व अध्यापिकाएं भी उपस्थित रहीं।
निःसंदेह आज की नारी ने शैक्षिक, वित्तीय, सामाजिक, राजनीतिक एवं वैचारिक स्वतंत्रता को प्राप्त कर लिया है लेकिन ये ठीक वैसा ही है जैसे गहरे काले आकाश में कुछ तारे टिमटिमाते हैं। नारी सशक्तिकरण की सच्ची भोर लाने के लिए नारियों की अपने आध्यत्मिक अस्तित्व को भी खोजना होगा; और आत्मिक जाग्रति के द्वारा उससे जुड़ना होगा । संस्थान के संस्थापक एवं संचालक दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की उक्त विचारधारा को उनकी सन्यासी शिष्याओं – साध्वी दीपिका भारती जी, साध्वी अदिति भारती जी एवं साध्वी जैवाणी भारती जी ने सभागार में उपस्थित महिलाओं के मध्य प्रस्तुत किया । साथ ही, तपस्विनी सावित्री, गार्गी, मैत्रेयि, ऋषिका अनुसूया, अक्का महादेवी इत्यादि कई आत्म-जागृत नारियों के दृष्टांत भी सुनाये । इस महिला चेंजमेकर्स के सम्मलेन का सबसे आकर्षक सत्र था – नृत्यांगना आम्रपाली के जीवन की कहानी जिसे एक नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया । इस नाटक में आम्रपाली के वस्तु अथवा भोग्या से महात्मा बुद्ध की शिष्या बन निर्वाण पद तक पहुँचने की गाथा को दर्शाया गया ।
इस समारोह में सामाजिक रूढ़िवादिताओं का खंडन कर अपने-अपने क्षेत्रों में विलक्षण कार्य का प्रदर्शन करने के लिए कार्यक्रम के प्रथम सत्र के पैनल विभागियों को एवं डॉ नीरज राज [दिल्ली वसंत वाटिका की अध्यक्षा], सुश्री पूजा सिंघल [डायटीशियन एवं न्यूट्रीशनिस्ट]; सुश्री रुकमनी [सुरक्षा मंत्रालय में क्लास वन ऑफिसर], डॉ दामिनी [PhD तबलावादक], सुश्री शुभांगी सिंह [राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित गोल्डन मिलेट की संस्थापिका एवं संचालिका], सुश्री रश्मि पाण्डेय [संस्थापिका, EMCT ट्रस्ट], डॉ सीमा शर्मा [सहायक शिक्षा निदेशक, MCD] एवं डॉ संगीता गौतम [मुख्य चिकित्सा अधिकारी CMO] ‘संतुलन स्वाभिमानी नारी सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
सभा के अंतिम सत्र में सम्मलेन में उपस्थित दिल्ली NCR की प्रभावशाली 250 चेंजमेकर महिलाओं ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्याओं के संग मिलकर दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संतुलन प्रकल्प के ‘तू है शक्ति 2.0’ वैश्विक अभियान’ के [दिल्ली एन.सी.आर. चैप्टर] का पोस्टर लोकार्पण द्वारा शुभारम्भ घोषित किया। इसमें उन्होंने, संस्थान के 21वीं सदी की वैदिक नारी के निर्माण के नारे को बुलंद करते हुए दिल्ली की ‘महिलाओं के साथ हिंसा’ की पटकथा को बदलने का संकल्प लिया।
‘महिलाओं द्वारा संचालित एवं महिलाओं के हित में समर्पित’ अभियान ‘तू है शक्ति 2.0’ के इस उदघाटन समारोह का भी प्रबंधन पूरी तरह से दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की सन्यासी साध्वी शिष्याओं एवं गृहस्थ सेवादार शिष्याओं ने किया। उल्लेखनीय है, कार्यक्रम के अंत में विशिष्ट प्रसाद वितरण हुआ जिसमें मिलेट की होम-मेड ताज़ी बनी मफिन एवं रोस्ट किये हुए मखाने बादाम इत्यादि पर्यावरण अनुकूल [eco-friendly] पैकिंग में दिए गए।
दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा संस्थापित और संचालित - दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, विश्व में शांति एवं बंधुत्व की स्थापना हेतु कार्यरत एक सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थान है। यह संस्थान अपने नौ मुख्य प्रकल्पों द्वारा समाज में व्यापक परिवर्तन ला रहा है - महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम; साक्षरता अभियान; सम्पूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम; नशा उन्मूलन कार्यक्रम; पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम; भारतीय देसी गौ संवर्धन एवं नस्ल सुधार कार्यक्रम; आपदा प्रबंधन कार्यक्रम; बंदी सुधार कार्यक्रम और नेत्रहीन एवं दिव्यांगों का सशक्तिकरण कार्यक्रम।