कैसे बनें आकर्षण का केन्द्र? | Akhand Gyan | Eternal Wisdom

कैसे बनें आकर्षण का केन्द्र?

  • क्या आप सफल लोगों की सूची में अपना नाम लिखवाना चाहते हैं ?
  • क्या आप चाहते हैं कि आप जहाँ भी जाएँ, लोग सम्मान  के साथ आपका स्वागत करें?
  • क्या आप घर, ऑफिस  व हर स्थान पर आकर्षण का केन्द्र बनने की इच्छा रखते हैं?

यदि उत्तर 'हाँ' है, तो यह लेख पढ़ने का कष्ट  जरूर करें।  हाल ही में हुई एक रिसर्च से यह पता चला है कि किसी भी व्यक्ति की १५% सफलता उसके तकनीकी ज्ञान पर निर्भर करती है, जबकि ८५%सफलता उसके व्यवहार पर निर्भर करती है। यह लेख आपसे बिना कोई फीस लिए आपको व्यवहार  की यही कला सिखाएगा, जबकि जॉन  डी. ने कहा था- 'मैं इस कला के लिए दुनिया की किसी भी चीज़ से ज़्यादा कीमत देने के लिए तैयार हूँ।'

तो आइए  जानें, उन जादुई सिद्धांतों को, जिनको जीवन में लागू कर चमत्कारी परिणाम मिलते हैं।

जो तुमको हो पसंद वही बात करेंगे!

मान लीजिये, आपको नदी में मछलियाँ पकड़ने जाना है। अब आप मछली पकड़ने वाले काँटे पर कौन-सा चारा लगाएँगे? चॉकलेट, क्रीम, नूडल्स …? न! न! क्यों? आपको तो ये चीज़ें बेहद पसंद हैं। पर इससे क्या फर्क पड़ता है कि आपको क्या पसंद है?

मछली पकड़नी है, तो काँटे पर मछली की पसंद का चारा ही लगाना होगा। आप काँटे पर केचुआ या गीला आटा लगाकर ही मछली को आकर्षित कर सकते हैं।

फिर यहीं कॉमन सेन्स हम लोगों को आकर्षित करने के लिए क्यों नहीं लगाते?…

…यूँ तो हम सभी की बहुत-सी आकांक्षाएँ हैं।  जैसे कि स्वास्थ्य, भोजन, नींद, धन… आदि।  और लगभग ये सभी पूरी भी हो जाती हैं।  परन्तु एक आकांक्षा जो हम सबमें हैं, वह भी अत्यंत प्रचंड रूप में और शायद ही कभी संतुष्ट होती है -वह है 'महत्त्वपूर्ण बनने की आकांक्षा'।  फ्रायड ने इसे ही 'महान बनने की आकांक्षा' कहा। …

…इंग्लैंड के प्रधानमंत्री जार्ज से जब पूछा गया कि वे किस तरह सत्ता में बने रह सके हैं;जबकि दूसरे सभी नेता- विल्सन,ऑरलैंडो  आदि भुला दिए गए गए, तो उन्होंने एक बहुत ही सुन्दर सूत्र रखा? क्या है वो सुन्दर सूत्र? कैसे बनें सच में आकर्षण के केन्द्र? जानने के लिए पढ़िए जून माह की हिन्दी अखण्ड ज्ञान पत्रिका! 

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