सर्दी में एक्यूप्रेशर के सरल उपचार | Akhand Gyan | Eternal Wisdom

सर्दी में एक्यूप्रेशर के सरल उपचार

अमेरिका के सी.डी.सी. (Centre for Disease Control and Prevention) ने कुछ आँकड़े जारी किए, जिनके अनुसार-

60 मिलियन (6 करोड़) बच्चों को स्कूल से.छुट्टी लेनी पड़ी!!

50 मिलियन (5 करोड़) कामकाजी लोगों की जमी-जमाई नौकरी/ व्यवसाय प्रभावित हुआ!!

25 मिलियन (ढाई करोड़) डॉलर का नुकसान हुआ, जब अलग-अलग सेक्टर के कर्मचारियों की कार्य-क्षमता कम हुई!!

काफी भीमकाय आँकड़े हैं! इन्हें पढ़कर जिज्ञासा होती है कि आखिर क्यों इतने बच्चों की नियमित शिक्षा प्रभावित हुई? कार्यक्षेत्रों और कार्य क्षमताओं में यह उथल-पुथल क्यों मची? सेंटर ने खुलासा किया कि इनका कारण स्वास्थ्य में गिरावट है, जिसकी जड़ में बहुत ही सामान्य रोग हैं- सर्दी, ज़ुकाम, खाँसी और बुखार!

शोध यह भी बताते हैं कि इन छोटी-मोटी बीमारियों का इतना प्रभाव है कि अमरीका जैसे विकसित देश में भी हर वर्ष-

एक वयस्क- 4-5 बार

एक बच्चा- 8-10 बार

-इनकी चपेट में आ जाता है। वैसे तो ये रोग बहुत ही सामान्य प्रतीत होते हैं, परन्तु इनके परिणाम अत्यंत कष्टष्रद होते हैं।

रोग के कारण

एन.आई.ए.आइ.डी. ( National Institute of Allergy & Infectious Disease) के अनुसार ज़ुकाम यानी COLD (Chronic Obstructive Lung Disease) हमारे श्वसन तंत्र का दीर्घकालिक अवरोधक और संक्रामक रोग है, जो विषाणुओं ( Viruses) के द्वारा फैलता है। वैसे तो लगभग 200 वायरस इस रोग के लिए उत्तरदायी होते हैं; परन्तु मुख्यत: यह राइनो विषाणुओं ( Rhino Viruses) के द्धारा फैलता है।

ज़ुकाम या खाँसी के ये विषाणु अधिकतर संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलते हैं। तथ्य बताते हैं कि एक संक्रमित व्यक्ति की छींक या खाँसी का असर लगभग 6 फीट तक होता है। जो व्यक्ति उस प्रभाव-क्षेत्र में हों, उन्हें वह प्रभावित कर सकता है।यहाँ तक कि स्विच-बोर्ड, खिड़कियों, दरवाज़ों, अलमारी, फर्श व अन्य सामानों पर लगभग 3-4 घंटों तक रहते हैं। जो भी कोई इन वस्तुओं के सम्पर्क में आता है, संक्रमित हो जाता है।

क्या हैं इस रोग के लक्षण और उपाय? कैसे एक्यूप्रेशर से इनका उपचार सम्भव है?... पूर्णतः जानने के लिए पढ़िए फरवरी'17 माह की हिन्दी अखण्ड ज्ञान मासिक पत्रिका।

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