यह सत्य है कि कुदरत हैरतअंगेज़ और मंत्रमुग्ध करनेवाली वस्तुओं और जीवों से भरपूर है। कुदरत की सुन्दरता इन नेत्रों को तो लुभाती ही है, पर उसके साथ-साथ अपने आँचल में कई प्रेरणाएँ भी सँजोए हुए है। दार्शनिक अरस्तु कहा करते थे कि प्रकृति की हर कृति में कुछ न कुछ अद्भुत अवश्य है। इस लेख के माध्यम से हम कुदरत के कुछ ऐसे ही करिश्मों से सकारात्मक और आध्यात्मिक विचारों को प्राप्त करेंगे, जिससे हमें बेहतर जीवन जीने के रास्ते मिल सकें।
बोक्यूला पौधा (Boquala Plant)
बोक्यूला एक बहुत ही विचित्र पौधा है, जो मुख्यतः अर्जेंटीना और चिली नामक देशों में पाया जाता है। इस पौधे की विशेषता है कि यह अपने इर्द-गिर्द मौज़ूद पौधों और पेड़ों के पत्तों की नकल करता है और उनका ही रंग-रूप धारण कर लेता है। इस नकल के कारण यह पौधा खुद को कीड़ों द्वारा खाए जाने से बचा लेता है और एक स्वस्थ एवं लम्बे जीवन का आनंद उठाता है।
सीख- हम अपने जीवन का उदाहरण लें। बहुत बार हम स्वयं को ऐसी स्थिति में पाते हैं, जहाँ हमें इर्द-गिर्द की परिस्थितियों और वातावरण के अनुकूल निर्णय लेना पड़ता है।ऐसे में, यदि हम अकड़ या जिद्द दिखाएँ, जैसे हैं वैसे ही रहें, तो खुद को मुश्किल में डाल देंगे। समझदारी इसी में है कि समय और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालना सीखें। इससे खुद को मुश्किलों से निकालने में हम सक्षम हो सकेंगे।
कोस्टल रेडवुड पेड़
350-380 फीट से भी ज़्यादा लंबे 'कोस्टल रेडवुड' दुनिया के सबसे लंबे पेड़ हैं, जो कैलिफोर्निया में पाए जाते हैं। इनकी अनोखी बात यह है कि यूँ तो ये पेड़ 380 फीट तक ऊँचे होते हैं, पर इनकी जड़ें सिर्फ 5-6 फीट की गहराई तक ही जाती हैं। अपनी विशाल देह को संभालने हेतु ये पेड़ क्या करते हैं? अपनी जडों को 100 फीट के दायरे में फैलाकर दूसरे रेडवुड पेडों की जड़ों को पकड़ लेते हैं। इन पेडों की जड़ों के बीच आपसी पकड़-जकड़ ही इन्हें ऊँचा उठने का संबल देती है। इसी संगठित मेलजोल की वजह से ये पेड़ इतने लंबे बढ़ पाते हैं। इन पेडों के गुण यहीं समाप्त नहीं होते। कोस्टल रेडवुड पेड़ की लकड़ी में न ही कीड़े लगते हैं और न ही आसानी से आग लग पाती है।...
क्या है इसकी सीख? अन्य विशेष पौधों और उनसे जुड़ी सीख को पूर्णतः जानने के लिए पढ़िए जुलाई'2018 माह की अखण्ड ज्ञान मासिक हिन्दी पत्रिका।