गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा 18 - 24 फरवरी 2024 तक जोधपुर, राजस्थान में सात दिवसीय भगवान शिव कथा का आयोजन किया गया। कथा का मुख्य उद्देश्य उपस्थित श्रोतागणों को दिव्य ज्ञान की जीवन में महत्वता से अवगत करवाना था। डॉ. सर्वेश्वर जी (श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य) ने बताया कि पूर्ण सतगुरु दिव्य ज्ञान (ब्रह्मज्ञान) द्वारा प्रत्येक जन को उनके अंतस में ईश्वर के प्रकाश स्वरुप का दर्शन करा कर उन्हें जीवन के परम लक्ष्य की ओर अग्रसर करते हैं।
डॉ. सर्वेश्वर जी ने बताया कि भगवान शिव की तरह, हम सभी के पास वह दिव्य नेत्र (तीसरी आंख) है। जब कोई शिष्य आत्मिक ज्ञान की खोज में एक पूर्ण आध्यात्मिक गुरु के पास जाता है, तो उनकी कृपा से यह तीसरा नेत्र खुल जाता है और, उस क्षण, एक शिष्य अपने अंतःकरण में ईश्वरीय सत्ता के अनंत साम्राज्य का अनुभव करता है।
विभिन्न दिव्य प्रसंगों का वर्णन करते हुए और शिव कथा के उन वृतांतों में शामिल आध्यात्मिक संदेशों को सांझा करते हुए, उन्होनें भगवान के साथ शाश्वत संबंध स्थापित करने की बात कही।
आज के इस अंधकारमय युग के समय में गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी जन जन को शाश्वत ब्रह्मज्ञान प्रदान कर रहे हैं। असंख्य शिष्य उनसे ब्रह्मज्ञान की दीक्षा प्राप्त कर के आज नियमित रूप से ध्यान साधना करते हैं और अपने भीतर दिव्य शांति एवं आनंद का अनुभव करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान भक्तिमय भजनों ने भी सभी को मंत्रमुग्ध किया। कथा में आए श्रोताओं ने डीजेजेएस के अथक प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।