बोध - दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के नशाउन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत नवंबर माह मे भारत के विभिन्न राज्यों में विभिन्न शैलियों के कार्यक्रम आयोजित किए। नशाखोरी के वर्जित विषय को लेते हुए, संस्थान इसे लोगों के बीच ले जाकर चर्चा करता रहा है जिससे वे इस मुद्दे को अनदेखा न करें और इसके मुख्य कारणों और प्रभावों को समझें।
गाजियाबाद के जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल और आगरा के जूनियर हाइ स्कूल मे एवं कड़कड़डूमा और द्वारका के दो सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को गतिविधियों और वन टू वन काउन्सेलिंग के माध्यम से शिक्षा दी गई ।
गाजियाबाद के प्रसिद्ध स्कूल जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल और आगरा के जूनियर हाइ स्कूल में बोध टीम को एक कार्यशाला आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया गया जहां 780 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया गया | उन्हे शिक्षित किया गया कि नशे के प्रयोग के लिए सहकर्मियों और दोस्तो की तरफ से आते हुए दबाव को किस प्रकार से “न कहे” ।
अकसरा नशीले पदार्थो के साथ प्रयोग करने के प्रस्ताव को अस्वीकार न कर पाने और अलग थलग किए जाने के डर से छात्र इन पदार्थो का प्रयोग करते हैं और समय के साथ ये झुकाव बढ़ता जाता है । लेकिन छात्रों को उन स्थितियों को संभालने मे सक्षम कर ऐसी घातक आदतों मे पड़ने से रोका जा सकता है।
द्वारका और करकार्डूम में आयोजित दो कार्यक्रमों के दौरान, 1240 से अधिक लोगों को जागृत किया गया । दिव्य ज्योति जगराती संस्थान समाज को बेहतर बनाने और नशा मुक्त बनाने के लिए अनवरत प्रयास कर रहा है, अगर आप हमारे प्रयासों का हिस्सा बनना चाहते हैं तो हमसे जुड़ें।
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