एक सशक्त युवा ही राष्ट्र को सही दिशा प्रदान कर सकता है। एक सशक्त युवा प्रतिकूल समय को अनुकूल समय में बदलने का सामर्थ्य रखता है । एक सशक्त युवा सभी चुनौतियों का सामना कर सकता है। एक सशक्त युवा असंभव को संभव बना सकता है। एक सशक्त युवा विश्व में शांति ला सकता है। 12 फरवरी 2019 को कुंभ मेला, प्रयागराज में खास युवाओं के लिए आयोजित भजन संध्या कार्यक्रम में यह उद्घोष किया गया। सम्पूर्ण कुम्भ मेले में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों से अलग इस अनूठे कार्यक्रम में राष्ट्र एवं विश्व के युवाओं के लिए उन्मुक्त आह्वान किया गया "उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक बिना रुके चलते जाओ"।
गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी भागीरथी भारती जी ने कहा कि युवाओं के अंदर वो क्षमता है जिसकी आज देश को जरुरत है। ऐसे राष्ट्र की आवश्यकता है जहाँ चहुँ ओर प्रेम, भाईचारा, दया का ही वास हो। आज जो विश्व की स्तिथि है उससे हम सब अवगत है और आज माँ धरती को युवाओं से बहुत उम्मीदें हैं और इन उम्मीदों को पूर्ण करने के लिए युवाओं को सशक्त एवं आत्म जागृत होना ही होगा। श्री महाराज जी द्वारा संस्थापित एवं संचालित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान में युवा सेवादार एक महत्वपूर्ण स्थान रखते है। इसकी एक झलक कुम्भ मेले प्रयागराज में देखी जा सकती है जहाँ ये युवा सेवादार कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारियों में दिन रात जुटे नज़र आते है। इनका एकमात्र लक्ष्य है विश्व शांति । इन युवा सेनानियों को महाराज श्री ने ब्रह्मज्ञान प्रदान कर उनको एक नयी दिशा प्रदान की है तथा विश्व शांति जैसे महान लक्ष्य का कार्य सौंपा है। ब्रह्मज्ञान से दीक्षित होने के बाद मानव उस ब्रह्म से जुड़ आत्म जाग्रति की ओर अग्रसर हो पाता है। फिर ये आत्मजागृत सशक्त युवा न केवल सांसारिक दायित्वों को निभाते है अपितु वे निस्वार्थ भाव से समाज कल्याण हेतु उसे एक नयी दिशा प्रदान करने में निरंतर कार्यरत है।
भजन संध्या के इस कार्यक्रम में युवा सेनानियों को यह सन्देश देकर प्रेरित किया गया की आप ही समाज की रीड है जिनमें सामर्थ्य है समय को परिवर्तित कर जीवन को बेहतर बनाने का एवं विश्व शान्ति हेतु महान लक्ष्य को पूर्ण कर दिखाने का। दायित्व , प्रेरणा और आकांक्षाओं से सुरबद्ध स्वर लहरियों ने कार्यक्रम को एक नया आयाम दिया। साध्वी जी के ओजस्वी विचारों ने युवाओं को आंतरिक रूप से सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।