विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने अपने सामाजिक प्रकल्प 'संरक्षण' की 'रीबिल्ड' मुहिम के अंतर्गत 25 मई से 25 जून तक लोगो को पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जागरूक किया। विश्व भर में प्रत्येक वर्ष ५ जून को यह दिवस पर्यावरण की अलग-अलग समस्याओं को विषय लेकर मनाया जाता है। इस वर्ष बढते वायु प्रदुषण को ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 'करे संग वायु प्रदूषण से जंग (Beat Air Pollution)' के विषय पर लोगो में जागरूकता फैलाई गयी।
आज संपूर्ण विश्व, खास तौर पर भारत में बढते प्रदूषण के कारण लाखो की तादात में लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे है। इसका अंदाजा CSE की SoE की रिपोर्ट से लगाया जा सकता है, जिसके अनुसार सालाना भारत में 12.5 प्रतिशत लोग वायु प्रदूषण के कारण मृत्यु को प्राप्त होते है। इसलिए प्रदूषण की रोकथाम के लिए इस वर्ष दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा अपने वार्षिक 'रीबिल्ड' मुहिम के अंतर्गत देश भर में जगह-जगह पर कार्यशाला, साइकिल रैली, वृक्षारोपण, जागरूकता काउंटर, अथवा संयुक्त राष्ट्र द्वारा चलाए गए 'मास्क चैलेन्ज' का आयोजन किया गया। कार्यशालाओ के द्वारा लोगो को जैविक खेती, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली, कूड़े के सही उपचार आदि के बारे में भी बताया गया। इसके अलावा, प्रकृति संरक्षकों ने मास्क चैलेंज लेकर स्वच्छ हवा के लिए सख्त जरूरत पर जोर दिया।
धूमिल होते मानव और प्रकृति के सम्बन्ध को पुनःस्थापित करने हेतु दिव्य ज्योति जागृति संस्थान लोगो को पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित कर सभी पर्यावरण सम्बंधित समस्याओं को दूर करने की दिशा में सक्रिय है। इसका उद्देश्य केवल शारीरिक स्तर पर लोगों को जागरूक नहीं करना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि मनुष्य मानसिक और अध्यात्मिक रूप से प्रकृति के संग एक होकर जीवन व्यतीत करे।