वैदिक विरासत की शृंखला को आगे ले जाते हुए, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के साथ राजाओं की भूमि- राजस्थान का भ्रमण किया। राजस्थान के देवस्थान विभाग ने सप्त मन्दिर प्रदक्षिणा कार्यक्रम में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान को समापन समारोह के लिए आमंत्रित किया, जिसके निम्मित संस्थान ने दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के साथ मिलकर पारम्परिक वैदिक समापन प्रक्रिया को संपन्न करने का निर्णय लिया। इस सप्त मन्दिर प्रदक्षिणा के अंतर्गत जयपुर स्थित सात मंदिरों की पद यात्रा का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रदक्षिणा का अंतिम सोपान था मन्दिर श्री रामचंद्र जी। इस पुरातन मन्दिर की सम्पूर्ण देख-रेख व् संरक्षण का कार्य दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान कई वर्षों से कर रहा है।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के प्रचारक जनों व वेदों के संरक्षण व् संवर्धन हेतु कटिबद्ध, दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के कार्यकर्ताओं ने वैदिक संस्कृति की महत्वपूर्ण प्रासंगिकता व भारतीय संस्कृति और संस्कार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस भव्य कार्यक्रम के औपचारिक समापन समारोह का आयोजन किया। साध्वी दीपा भारती जी ने सभी को दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा प्रदत ब्रह्मज्ञान का सन्देश दिया व संस्थान द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न गतिविधियों से सभी को अवगत करवाया। ब्रह्मज्ञानी वेद पाठियों ने उपस्थित सभी पदयात्रिओं के लिए वैदिक पूजन का आयोजन किया। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान व दिव्य ज्योति वेद मन्दिर द्वारा वैदिक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए चलाए जा रही विराट स्तरीय गतिविधियों को देख कर सभी ने सहर्ष परस्पर सहयोग का निवेदन व्यक्त किया।
साध्वी आर्या भारती जी, संयोजिका, डी.जे.जे.एस जयपुर शाखा ने कार्यकर्ताओं की टीम के साथ पूरे कार्यक्रम का सञ्चालन किया। निम्नलिखित मुख्य अतिथि श्रीमती शकुंतला रावत, देवस्थान विभाग मंत्री एवं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, राजस्थान, श्री. अजय सिंह राठौर, संयुक्त सचिव, श्रीमती प्रज्ञा केवलरमानी, आयुक्त (IAS), श्री करण सिंह, पूर्व आयुक्त (IAS), श्रीमती सुमन कपूर, उप-सचिव, श्री लाला राम अग्रवाल, निजी सचिव, श्री कमलेश तिवारी, निजी सचिव, श्री विनोद प्रधान, शासन सचिव, श्री रतनलाल योगी, सहायक आयुक्त, श्री महेंद्र सिंह देवतावाल, सह आयुक्त भी इस भव्य आयोजन में उपस्थित थे।
दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के कार्यकर्ताओं ने डॉ. गजानन्द शर्मा जी व अन्य गुरुकुल से आए वैदिक विद्वानों के साथ वैदिक संगोष्ठी की। डॉ. गजानन्द शर्मा जी, प्रधानाचार्य, राजकीय महाराज वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, जयपुर जी ने लिखित रूप में दिव्य ज्योति वेद मन्दिर द्वारा वैश्विक स्तर पर चलाए जा रही गतिविधियों का समर्थन किया। निःसंदेह, प्रत्येक बीतते दिन के साथ दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी का दिव्य सङ्कल्प धरातल पर साकार रूप धारण कर रहा है।