बम और पिस्तौल क्रांति नहीं बनाते हैं। क्रांति की तलवार विचारों के पत्थर पर तेज होती है – भगत सिंह
गुरुग्राम के युवाओं को एक साथ बुलाने और समाज को नशामुक्त बनाने के लिए एक स्पष्ट आह्वान देते हुए, डीजेजेएस, गुरुराम के युवा स्वयंसेवकों ने अपनी सामाजिक पहल बोध- ड्रग एब्यूज उन्मूलन कार्यक्रम के तहत भगवा पगड़ी पहने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु द्वारा देखे गए स्वप्न को पुनः याद दिलाते हुए बाइक रैली निकाली |
इस बाइक रैली का उदघाटन समाजसेवी श्री धर्मपाल यादव जी ने और श्री अशोक आज़ाद ने, श्री योगिंदर सरवन, पार्षद, राजेन्द्र पार्क, गुरुग्राम, के साथ किया | इस रैली के माध्यम से गुरुग्राम के मुख्य क्षेत्रों से गुज़रतें हुए 10,000 से ज्यादा लोगों को लाभांवित किया गया |
रैली के बाद, एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें साध्वी शिताभा भारती जी ने आज के युवाओं की विचार प्रक्रिया को भारतीय क्रांतिकारियों की दृष्टि से एकीकृत किया और युवाओं को यह समझाने की कोशिश कि “एक देश तभी स्वतंत्र होता है जब उसके नागरिक स्वतंत्र हों। यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि हमारा कोई भी कृत्य, हमें और पूरे देश को फिर किसी भी प्रकार की गुलामी की और ना धकेल दे | चाहे वह शराब या आसानी से मिलने वाला कोई भी नशीलिला पधार्थ ही क्यों ना हो |”
दर्शकों की जागृत चेतना को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए, नृत्य कार्यक्रम, नाटक प्रदर्शन और उड़ान बैंड द्वारा संगीत कार्यक्रम की एक श्रृंखला को आगे रखा गया | प्रत्येक प्रस्तुति ने दर्शकों को बताया कि “यदि भारत के नागरिक और विशिष्ट रूप से इसके युवा होने के नाते, अगर हम हर दिन एक स्वतंत्र देश में रहने के विशेषाधिकारों का आनंद लेते हैं, फिर यह हम की नैतिक जिम्मेदारी है कि हम इन सामाजिक बुराइयों से भारत की स्वतंत्रता की रक्षा करें।”
इस कार्यक्रम के माननीय अतिथि कुछ इस प्रकार है - श्री अजय गोयल जी - सेशन जज, द्वारका, श्री प्रदीप जैन जी - जिला अध्यक्ष, भारत विकास परिषद, गुरुग्राम, श्री जुगला मंगला जी- अध्यक्ष, कमला नेहरू पार्क सुधार समिति, श्री देवेन्द्र सिंगला जी और श्री बिमल प्रसाद जैन - समाज सेवक, गुरुग्राम |
सभी अतिथियों या आगन्तुको ने कार्यक्रम व संस्थान के कार्य को खुद सराहा व इसे जन जन तक ले जाने का अनुररोध किया ।