बंदी सुधार व पुनर्वास कार्यक्रम- अंतरक्रांति ने गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते हुए कैदी बंधुओं को भी गुरु पूजा का सुअवसर प्रदान किया| इस हेतु भारत की चार जेलों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन हुआ| केन्द्रीय कारागार- उत्तर प्रदेश, जिला कारागार, कुरुक्षेत्र- हरियाणा, ज़िला कारागार, मेरठ- उत्तर प्रदेश तथा ज़िला कारागार, करनाल- हरियाणा में मनाये गए इस गुरु पूजा उत्सव में अनेकों कैदियों की मौजूदगी दर्ज की गयी| कार्यक्रम का शुभारम्भ आरती से किया गया जिसके द्वारा सभी ने अपने भावों को गुरु चरणों में अर्पित किया| इस अवसर पर कैदी भाइयों व बहनों को सद्गुरु सर्व आशुतोष महाराज जी की कृपा की चर्चा करते हुए बताया की कैसे जेल की बंद दीवारों में जब इन कैदियों की उम्मीद पूरी तरह से दम तोड़ चुकी थी तो उसे आशा की सुनहरी किरण ने आकर छुआ| ज़िन्दगी से हर बेबसी, मायूसी, बोझिलता को दूर करते हुए सद्गुरु ने परम आनंद का स्वाद चखा दिया| गुरु कृपा से ईश्वर दर्शन ने बेड़ियों में जकड़ी उनकी मानवता को आज़ाद होने की राह दिखा दी| परमात्मा का संबल ले सुधार की नयी डगर पर बढ़ते इन कैदियों में आये बदलाव ने आला अधिकारीयों को भी चौंका दिया| साथ ही अंतरक्रांति प्रकल्प द्वारा मुहैया करवाए गए रोज़गार के साधनों ने उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में मदद की| इसी परिवर्तन के सफ़र में हर कदम पर गुरु की कृपा को महसूस करते हुए कैदी बंधुओं ने गुरु पूजा के अवसर पर अपने-अपने भाव रखे| भजनों व सत्संग विचारों द्वारा जहाँ शिष्यत्व को पुष्ट किया गया तो वहीं अंत में ध्यान भी किया गया| तकरीबन 1000 कैदियों की सहभागिता में मनाए गए इन कार्यक्रमों में जेल अधिकारी भी सम्मिलित हुए|
