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दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक) के दिव्य मार्गदर्शन में छतरपुर, दिल्ली में 20 से 26 जनवरी 2024 तक, 7 दिवसीय भगवान शिव कथा का आयोजन किया गया। कथा से एक दिन पूर्व 19 जनवरी 2024 को कथा के शुभारंभ के उपलक्ष्य में कलश यात्रा का भी आयोजन किया गया। यात्रा में नगरवासियों से आग्रह किया गया कि वे अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर कथा में शामिल हों।

Bhagwan Shiv Katha Urges the people of Chhatarpur, Delhi to perceive God through Divine Knowledge

कथा वक्ता साध्वी गरिमा भारती जी ने बहुत सुंदर ढंग से कथा की व्याख्या करते हुए बताया कि भगवान शिव को जानना अथवा उनका दर्शन कर लेना ही आंतरिक चेतना की उच्चतम अवस्था को प्राप्त करना है। साध्वी जी ने इस तथ्य को उजागर किया कि भगवान शिव केवल नकारात्मक शक्तियों के संहारक नहीं हैं, अपितु वे सर्वोच्च ज्ञान (ब्रह्मज्ञान) को प्रदान करने वाले पूर्ण गुरु भी हैं। भगवान शिव का तीसरा नेत्र हमें आध्यात्मिक जगत का एक बहुत गूढ़ संदेश देता है। जब एक पूर्ण गुरु हमें ब्रह्मज्ञान में दीक्षित करते हैं, तब वे हमारा यह तृतीय नेत्र खोल कर हमें हमारे अंतरजगत में ईश्वर का साक्षात्कार कराते हैं।

कथा के प्रसंगों को आज के समय के साथ जोड़ते हुए साध्वी जी ने अनेकों मार्मिक पहलुओं को छुआ।

Bhagwan Shiv Katha Urges the people of Chhatarpur, Delhi to perceive God through Divine Knowledge

कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने शिरकत की और संस्थान के प्रयासों की खूब सराहना की। सुमधुर भजनों की श्रंखलाओं ने सभी को मंत्रमुग्ध किया। कई प्रसिद्ध प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने इस कार्यक्रम को प्रशंसा और छवियों के साथ चित्रित किया।

कार्यक्रम के माध्यम से आए हुए भक्तों ने भगवान शिव कथा के सार को समझा और ब्रह्मज्ञान को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़े, जो मानव जीवन का असली उद्देश्य है। आध्यात्मिक यात्रा प्रारम्भ करने के लिए पथ प्रदर्शक के रूप में डीजेजेएस के द्वार हर किसी के लिए हमेशा खुले है।

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