कई घंटों की अत्यधिक बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ जाने से बांध और तटबंध टूटने की स्थिति भी उत्पन्न हो गई| जिसने कई लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया| इस विपत्तिपूर्ण स्थिति में, डीजेजेएस का सामाजिक प्रकल्प: समाधान- आपदा प्रबंधन कार्यक्रम लगातार संसाधन जुटा रहा है और पंजाब के पटियाला शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाव, राहत और पुनर्वास प्रदान कर रहा है।
पिछले हफ्तों में मानसून के अत्यधिक वेग से और लगातार हो रही बारिश के कारण पूरे देश में बाढ़ आई है, जो दुनिया की बदलती जलवायु के कारण हो सकती है। गाँवों, कस्बों और शहरों के लाखों लोग अनियंत्रित पानी के वेग से स्तब्ध और त्रस्त हुए हैं। सड़कों पर जलभराव होने के साथ ही कई कारें भी पानी में डूब गईं। बाढ़ में सबसे अधिक प्रभावित पटियाला और डेरा बस्सी हैं जहाँ खेत जलमग्न हो गए हैं। कई सड़कें धंस गईं, जिससे यातायात बाधित हो गया है। तहसील दूधां साधां सहित जिला पटियाला के अन्य क्षेत्र भी इस बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं और ऐसे कई क्षेत्रों तक पहुंचना अत्यधिक दुर्गम हो गया है।
ऐसे में 15 जुलाई 2023 को, ऐसी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करते हुए और अधिक से अधिक लोगों की मदद करने के उद्देश्य से, डीजेजेएस प्रतिनिधियों ने स्वयंसेवकों की टीम के साथ तहसील दूधां साधां में स्थित गांव रोहड़ जागीर तक पहुंचने के लिए कई चुनौतियों का सामना किया। वहाँ पहुंचकर स्वयंसेवकों ने पीड़ितों के साथ सहानुभूति व्यक्त की और उनकी सेवा में जुट गए। उन्होंने सभी पीड़ितों को राशन, मोमबत्तियां, माचिस, सूखा दूध, बिस्कुट, मच्छरों से बचाव की क्रीम, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित की।
डीजेजेएस की टीम लगातार परिस्थितियों पर नज़र रख रही है और ऐसे कठिन समय में जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में पूरी दृड़ता से कार्यरत है।