दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा सनातन धर्म सभा स्कूल, नवांशहर, एस बी एस नगर, पंजाब में 1 से 5 फरवरी 2020 तक पाँच दिवसीय श्री राम कथा का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास साध्वी सुमेधा भारती जी ने समझाया की सहस्रों वर्ष पूर्व प्रभु श्री राम द्वारा प्रस्तुत जीवन चरित्र और शिक्षाएं आधुनिक युग में भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं। वह आज भी हमें सफल जीवन जीने का मर्म सिखाती हैं।
धार्मिक पथ का अनुसरण करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने अपने जीवन में हर पग सत्य और धर्म अनुकूल उठाया। अपने पिता द्वारा दिए गए वचन का मान रखने हेतु उन्होंने अयोध्या के राजसिंहासन का त्याग कर दिया। सूर्यवंशी राजा होते हुए भी उन्होंने निःसंकोच माँ शबरी के जूठे बेर खाकर यह सिद्ध किया कि भक्ति मार्ग पर जात-पात कोई महत्व नहीं रखता। केवल शुद्ध भक्ति द्वारा ही ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है।
साध्वी जी ने समझाया कि साधारण व्यक्ति के लिए महापुरुषों द्वारा की जाने वाली लीलाओं को समझना सुगम नहीं होता। स्वामी विवेकानंद जी के शब्दों में, शिष्टता और सदाचार की प्रतिमूर्त प्रभु श्री राम, “सत्य और नैतिकता के अवतार, आदर्श पुत्र, आदर्श पति, और सबसे बढ़कर एक आदर्श राजा थे।”
कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालु भावपूर्ण भजनों और कथा में अंतर्निहित आध्यात्मिक संदेशों को प्राप्त कर कृतज्ञ हुए। पाँच दिवसीय श्री राम कथा जन-जन तक ब्रह्मज्ञान द्वारा आत्म-जागरण के संदेश को पहुँचाने में सफल रही।