Read in English

देहरादून, उत्तराखंड के निवासियों के भीतर सनातन भक्ति मार्ग के प्रति दृढ विश्वास को पुनः जागृत करने के लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 9 से 15 अप्रैल 2023 तक सात दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन किया गया। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक व संचालक, डीजेजेएस) की शिष्या साध्वी अदिति भारती जी ने देवी भागवत की आध्यात्मिक मणियों की दिव्य वर्षा से भक्तों को आनंद से परिपूर्ण कर दिया। आत्म-प्रेरित प्रवचनों के साथ भावपूर्ण और प्रेरणादायक भक्ति रचनाओं की सुमधुर श्रृंखला ने उपस्थित लोगों में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का सफल प्रयास किया।

Shrimad Devi Bhagwat Katha Accentuated the Divine Tenets of Shakti (Goddess Durga) among Devotees at Dehradun, Uttarakhand

कथा व्यास ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब भी सद्गुणों का ह्रास होता है और दुर्गुणों की प्रधानता होती है,  देवी स्वयं इस धरा पर अवतरित होती हैं। जिस प्रकार सूर्य अन्धकार को दूर कर देता है, वैसे ही भक्तों के हृदय में देवी का आगमन अज्ञानता का विनाश कर देता है। देवी की वास्तविक पूजा तभी है, जब हम नारी के भीतर विद्यमान ‘शक्ति’ स्वरूपा देवी को जान लेते हैं। हमारे धर्मग्रंथ भी ऐसी आत्म-जागृत और सशक्त महिलाओं की गौरवशाली गाथा को दोहराते हैं, जो न केवल आध्यात्मिक ऊंचाइयों तक पहुंचीं, बल्कि उस युग में व्याप्त सामाजिक व्याधियों के खिलाफ भी खड़ी हुईं।

साध्वी जी ने समझाया कि एक पूर्ण गुरु ईश्वर (माँ जगदम्बिका) की अभिव्यक्ति होते हैं। अतः जब तक हम आध्यात्मिक गुरु द्वारा प्रबुद्ध नहीं हो जाते तब तक हम अपने वास्तविक स्वरूप को जान नहीं पाते की हम माँ भगवती का ही अंश स्वरूप हैं। भौतिक कल्मष और अज्ञानता से उत्पन्न सभी चिंताओं से मुक्त होने के लिए, एक भक्त को दिव्य गुरु द्वारा दिखाए गए आध्यात्मिक मार्ग का पालन करना चाहिए। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी एक ऐसी दिव्य शक्ति हैं जो भक्तों को आत्म-साक्षात्कार के शाश्वत विज्ञान की अनूठी तकनीक प्रदान कर रहे हैं। 'ब्रह्मज्ञान' आंतरिक शक्ति को संगठित कर दिव्य व्यक्तित्व का निर्माण करता है जो न केवल मानव को भक्ति के मार्ग पर पुनः प्रशस्त करता है बल्कि बड़े पैमाने पर समाज को भी लाभान्वित करता है।

Shrimad Devi Bhagwat Katha Accentuated the Divine Tenets of Shakti (Goddess Durga) among Devotees at Dehradun, Uttarakhand

कथा 'संरक्षण' परियोजना’- डीजेजेएस के प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम को समर्पित थी, जिसका उद्देश्य वैदिक विज्ञान का आह्वान कर पर्यावरण के लिए स्थायी समाधान प्राप्त करना था। 'संरक्षण' आत्म-साक्षात्कार के शाश्वत आध्यात्मिक विज्ञान के साथ समकालीन संरक्षण विधियों को सम्मिलित करता है। इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। कथा की दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर आदि में वृहद् स्तर पर मीडिया कवरेज की गई।

कथा को 12 से 18 अप्रैल 2023 तक डीजेजेएस के यूट्यूब चैनल पर भी वेबकास्ट किया गया था। यह कार्यक्रम देवी भागवत के गूढ़ अर्थों को भक्तों तक पहुँचाने और उन्हें आध्यात्मिक जीवन की ओर प्रेरित करने के अपने उद्देश्य में सफल हुआ। मानव समाज को जागृत करने हेतु ऐसे आयोजनों के लिए सभी ने डीजेजेएस के प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

Subscribe Newsletter

Subscribe below to receive our News & Events each month in your inbox