Akhand Gyan | Spiritual Magazine DJJS | Hindi Page- 28

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क्या हम सच्चे साधक हैं?

एक व्यक्ति कुम्हार कब बनता है? जब वह चाक पर मिट्टी को सही प्रकार से रखकर, उसे चलाकर सुन्दर वस्तुओं का रूप देने का गु�...

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अवसर बार-बार दस्तक नहीं देता!

अर्थशास्त्र में हर एक अवसर से जुड़ा एक �…

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कहीं रिश्तों में भूचाल न आ जाए!

कलयुग में सच्चे रिश्ते बन पाना और उन्ह…

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खेत नहीं, चिताएं जल रही हैं!

मैं धरती का एक टुकड़ा हूँ। भारत ने मुझ�…

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मैं नेत्रहीन भी हूँ, नेत्रवान भी!

देवी सुवर्चला का वर्णनं है। ऋषि देवल क…

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त्रिशंकु- पौराणिक काल की राकेट- साइंस!

पौराणिक काल की एक प्रसिद्ध कथा है, जिस�…

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क्या समोसे के साथ चटनी खाने से दुःख दूर हो जाएँगे?

प्रश्न- गुरू महाराज जी, आजकल मीडिया मे�…

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इतना तेज़ न दौड़िए कि ...

...मैं एक निर्जीव, काली, पाषाण सी सड़क! आज…

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सच्चा वैज्ञानिक नास्तिक नहीं हो सकता!

प्रश्न : गुरु महाराज जी, श्रीनिवास राम�…

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अहं-मर्दिनी-माँ भगवती!

प्रत्येक वर्ष जब भी नवरात्रों का पावन …